अमरीका में हीरे को बेचा
पीले और नारंगी रंग के चमकीले हीरे को नीरव मोदी ने सबसे पहले अमरीकी कंपनी फायरस्टार डायमंड्स ने बेचा। बताया जाता है कि इस कंपनी पर नीरव का नियंत्रण है। इसके बाद नीरव की ही हांगकांग में स्थित फर्जी कंपनी फैंसी क्रिएशंस में ले जाया गया जहां पर इस हीरे की कीमत 11 लाख डॉलर बताई गई। इसके बाद इसी हीरे को करीब दो सप्ताह बाद अमरीका में स्थित स्टार डायमंड कंपनी को बेच दिया गया। इस तरीके से नीरव मोदी ने भारत में ही नहीं अमरीका में भी फ्रॉड का खेल खेला और वहां पर हजारों करोड़ों का कारोबार किया।
शेल कंपनियों के जरिए टैक्स बचाया
25 अगस्त को दाखिल की गई रिपोर्ट में बताया गया है कि एक ही हीरे को देश-विदेश में कई बार आयात-निर्यात को फर्जी तरीके से अंजाम दिया गया जिसकी वजह से पीएनबी में सबसे बड़ा घोटाला हुआ। रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि बैंकों से मिले लोन को नीरव मोदी के लाइफस्टाइल और कारोबार में इस्तेमाल किया गया। नए लोन लेकर पुराने लोन को चुकाने की कोशिश की गई। भारत में 20 शेल कंपनियों के जरिए नीरव मोदी ने हजारों करोड़ों रूपए इधर से उधर किए और टैक्स भी नहीं चुकाया।