इस वजह से वो प्रेगनेंट होते हुए फिर से प्रेगनेंट हो गई। ऐलन ने जब सेरोगेट मदर बनने का सोचा उस समय वो पहले से दो बच्चों की मां थीं। ऐलन की प्रेग्नेंसी के 6 हफ्ते बाद डॉक्टरों ने पाया कि ऐलन ने दो गर्भ धारण किए हैं। पहले सभी को लगा की ऐलन को जुड़वा बच्चे होने वाले हैं लेकिन बाद में डीएनए टेस्ट के दौरान ये सामने आया कि ऐलन ने दो अलग-अलग समय पर गर्भधारण किए हैं। फिलहाल ऐलन के दोनों बच्चे अब स्वस्थ हैं। डॉक्टरों के मुताबिक ऐसा मामला बहुत कम ही देखने को मिलता है।
क्या होती है सेरोगेट मदर?जब कोई महिला बांझ होने,
प्रसव में जोखिम होने या शारीरिक परेशानी की वजह से गर्भधारण नहीं कर पाती। तो ऐसी स्थिति में सेरोगेट गर्भावस्था का प्रवाधान है। इसमें इच्छुक पति पत्नी के शुक्राणुओं और अंडाणुओं का इस्तेमाल किया जाता है। कई बार एक चीज निष्क्रिय हो जाती है तो दूसरे से भी हासिल किया जाता है। इसके बाद शुक्राणु को कृत्रिम गर्भाधान आरोपित किया जाता है।
ये प्रक्रिया एक्सपर्ट डॉक्टरों द्वारा की जाती है। चीन में ज्यादातर बच्चे की चाह रखने वाले लोग इस प्रक्रिया को अपनाते थे। वहां पर बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने इस प्रक्रिया पर प्रतिबंध लगा दिया है। मौजूदा समय में भारत में भी यह चलन बढ़ता जा रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक सेरोगेट गर्भधारण से भारत में इसका सालाना दो हजार करोड़ रुपयों का कारोबार होता है।