कई तरह से प्रतिबंध लग सकते हैं सॉग ने कहा कि इन मामलों को लेकर जापान को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। गौरतलब है कि उत्तर कोरिया में बीते कई दशकों से तानाशाह शासकों का राज रहा है। यहां पर लोकत़ांत्रिक प्रक्रिया पर विराम लगा हुआ है। विकास के मामले में भी वह अपने पड़ोसी दक्षिण कोरिया से काफी पिछड़ा हुआ है। हालांकि इस प्रस्ताव के पास होने के बाद अब उत्तर कोरिया पर यूएन की कार्रवाई की तलवार लटक गई है। मामलों की निगरानी करने के बाद अगर देश दोषी पाया जाता है तो उस पर उस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। इससे पहले 2014 में उत्तर कोरिया पर कई तरह से प्रतिबंध लगाने की घोषण यूएन पहले कर चुका है।
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