रिपब्लिकंस को भरोसा
ट्रंप के भड़काउ भाषण के बाद अमरीकी संसद के बाहर ट्रंप समर्थकों की ओर से खूनी संघर्ष देखने को मिला। जिससे अमरीका ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया हिल गई है। दुनिया की सबसे बड़ी महाशक्ति में गृहयुद्घ के आसार हो गए हैं । इसके विपरी रिपब्लिक पार्टी के सांसदों को भरोसा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से 20 जनवरी से पहले राष्ट्रपति पद छोड़ देंगे। वहीं यूएस कैबिनेट के अधिकारियों ने कहा कि ट्रंप अपना पद छोड़ देंगे, उन्हें इस बात का पूरा भरोसा है। हिंसा होना निंदनीय है। इस तरह की हतकतें नहीं होनी चाहिए।
मोदी ने जताई चिंता
अमरीका में हुए खूनी संघर्ष पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वॉशिंगटन डीसी में दंगों और हिंसा के समाचार देखने के बाद वो काफी परेशान है। सत्ता का शांतिपूर्ण तरीके से हस्तांतरण होना होना चाहिए। लोकतांत्रिक प्रक्रिया को गैरकानूनी विरोध प्रदर्शन के माध्यम से प्रभावित नहीं होने दिया जा सकता है। आपको बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी डोनाल्ड ट्रंप के अच्छे मित्रों में गिने जाते हैं।