पैगी-जैक महिलाओं के लिए प्रेरण स्त्रोत
उन्होंने कहा कि अन्वेषण हम अमरीकियों के लिए हमेशा से मूल विषय रहा है, और मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ान में उनके साहसपूर्ण योगदान ने उस महान परंपरा को जारी रखा है। ट्रंप ने व्हिट्सन को विशेष रूप से वर्तमान में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित में रुचि रखने वाली युवा महिलाओं का प्रेरणा स्रोत बताया।
पूरी दुनिया की तरफ से पैगी-जैक को बधाई
ट्रंप ने कहा, आज, कमांडर व्हिट्सन, आपने अंतरिक्ष में अमेरिकी यात्री द्वारा बिताए गए 534 दिनों और जारी सबसे अधिक समय के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। इस अविश्वसनीय रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए मैं आपको दुनिया की तरफ से बधाई देना चाहूंगा।
Touchdown! @AstroPeggy, @Astro2Fish & Russian crewmate land on Earth after 136 days in space; 288 days for Peggy: https://t.co/mzKW5uDsTi pic.twitter.com/SiylBnuJLG
— NASA (@NASA) September 3, 2017
दुनिया की सबसे अनुभवी एस्ट्रोनॉट पैगी व्हिट्सन रविवार को अंतरिक्ष स्टेशन से पृथ्वी पर वापस लौटी हैं।। नासा की एस्ट्रोनॉट पैगी व्हिट्सन अंतरिक्ष स्टेशन पर 665 दिन बिताने के बाद वापस लौटी हैं। जबकि इनके साथ ही मिशन में सहयोगी जैक फिशर और एक रूसी क्रू मेंबर भी धरती पर वापस आए। हुर्रिकेन हार्वे तूफान के कारण अंतरिक्ष से वापसी के समय उनका कैप्सूल सोयूज अमरीका के बजाय कजाकिस्तान में रविवार सुबह सूर्योदय के बाद लैंड हुआ। उस वक्त अमरीका में शनिवार की रात का समय था। रविवार सुबह तक तीनों को अमरीका लाया गया।
पैगी ने तोड़ा सुनीता विलियम्स का रिकॉर्ड
बता दें कि, पैगी व्हिट्सन ने बतौर महिला इंटरनेशनल अंतरिक्ष स्टेशन में सबसे ज्यादा चलने का रिकॉर्ड बनाया है। 57 वर्षीय पैगी व्हिट्सन ने, अपनी 8वीं बार अंतरिक्ष में चहलकदमी करते हुए भारतीय मूल की अमरीकी सुनीता विलियम्स के सात बार अंतरिक्ष में चलने के रिकॉर्ड को तोड़ा है। पैगी व्हिट्सन ने बायोकेमिस्ट्री में डॉक्टरेट किया है और 2008 में पहली महिला अंतरिक्ष स्टेशन कमांडर के रूप में सेवा दी थी।
अब आराम करना चाहती हैं पैगी
व्हिट्सन के लिए यह अंतिम अंतरिक्ष यात्रा थी। अब वह रिटायर होने वाली है। बताया जा रहा है कि वह अब नासा को अनुसंधान से जुड़े कार्यों में सहयोग करती रहेंगी। अंतरिक्ष के 665 दिन धरती के समय के अनुसार 277 दिन के बराबर होते हैं। पैगी व्हिटसन अब अपनी अधिक उम्र के कारण रिटायर होना चाहती हैं, शेष जीवन शोध कार्यों में मदद करने के साथ आराम से बिताना चाहती है।