इस बार चुनाव नतीजों में इतनी देरी क्यों?
आपको बता दें कि इस बार अमरीका के इतिहास में यह ऐसा पहला चुनाव है, जब 10 करोड़ के आसपास लोगों ने केवल वर्चुअल वोटिंग की है। ई-मेल के जरिए वोट डालने वाले 10 करोड़ लोगों ने चुनाव से पहले ही मतदान कर दिया। जबकि चुनाव के लिए केवल 16 करोड़ मतदाताओं ने ही रजिस्ट्रेशन करवाया था। ऐसे में 50 प्रतिशत से अधिक वोट मेल के माध्यम से डाल दिए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अमरीका में ऐसे कई राज्या हैं, जिन्होंने केवल अभी तक केवल उन वोटो की ही काउंटिंग की है, जो 3 नवंबर को डाले गए हैं। इसका मतलब यह हुआ है कि अभी तक ई-मेल के माध्यम से किए गए वोटों को नहीं खोला गया है। यही वजह है कि चुनाव का परिणाम आने में देरी हो रही है।
सुप्रीम कोर्ट पहुंच सकती है लड़ाई
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में बुधवार सुबह जीत का दावा किया, जबकि वोटों की गिनती अभी भी अधूरी थी और उन्होंने धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि वह वोटिंग रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। व्हाइट हाउस में अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह अमरीकी जनता के साथ धोखा है। यह हमारे देश के लिए शर्मनाक है।” ट्रंप ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। हम चाहते हैं कि सभी वोटिंग रुक जाए। हम नहीं चाहते कि वे सुबह चार बजे के बैलेंस को अपनी लिस्ट में जोड़ें।
ट्रंप ने किया था जीत का दावा
इससे पहले ट्रंप ने अपनी जीत का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि जहां तक मेरा सवाल है, हम पहले ही जीत चुके हैं। ट्रंप ने ‘बड़ी जीत’ के बारे में ट्वीट किया था, जिसके जवाब में उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन ने ट्वीट किया, “मैं या ट्रंप घोषित नहीं कर सकते कि कौन जीता। यह जनता तय करेगी।” लेकिन बाद में ट्रंप ने अपने संबोधन में कहा, “हम एक बड़े जश्न के लिए तैयार थे। हम सब कुछ जीत रहे थे और अचानक ही इसे रद्द करना पड़ा।”
जो बिडेन ने भी कही थी जीत की बात
वहीं, जो बिडेन ने भी वर्चुअल रूप से जीत की घोषणा करते हुए कहा, “हम चुनाव जीतने जा रहे हैं।”उन्होंने समर्थकों से कहा कि मैं आज रात आपको यहां यह बताने के लिए हूं कि हम चुनाव जीतने की राह पर हैं। मैं चुनाव परिणाम को लेकर आशावादी हूं। उन्होंने कहा कि यह तब तक खत्म नहीं होता जब तक कि हर मतपत्र की गिनती नहीं हो जाती।
टाई हुआ चुनाव तो फिर?
अमरीका में बने चुनावी समीकरणों के बीच राजनीतिक विशेषज्ञों को अंदेशा है कि अंत में परिणाम टाई हो सकता है। ऐसा अंदेशा दोनों उम्मीदवारों के बीच चल रहे कांटे के मुकाबले को देखकर जताई जा रही है। अगर इलेक्टोरल वोट 269-269 पर आकर अटक जाते हैं तो फिर हर सबकी निगाहें अमरीकी सीनेट पर टिकी होंगी। क्योंकि हाउस ऑफ रिप्रेंजटेटिव सबसे पहले उपराष्ट्रपति पद को चुनेगा। इसके बाद मतदान के माध्यम से पूरी सीनेट राष्ट्रपति का चुनाव करेगी।
क्या है प्रक्रिया
गौरतलब है कि अमरीका में चुनाव की प्रक्रिया थोड़ी अलग है। दरअसल, लोगों के मतदान के बाद जो इलेक्टर्स चुने जाते हैं, वो ही राष्ट्रपति को चुनते हैं। 14 दिसंबर को अमरीकी सीनेट में मतदान होगा, जहां 538 इलेक्टर्स नए राष्ट्रपति को चुनेंगे। इनमें बहुमत के लिए 270 का आंकड़ा चाहिए। आपको बता दें कि तड़के 3 बजे एनबीसी और सीबीसी ने ट्रंप के 213 के मुकाबले बाइडन को 220 इलेक्टोरल कॉलेड वोटों से जीतते दिखाया, जबकि मतगणना जारी थी। जीत के लिए 270 वोटों की जरूरत है।