गुरुवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने नई रणनीति का अनावरण किया। जॉन बोल्टन ने नई रणनीति को पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के दृष्टिकोण से अलग रूप में वर्णित किया। इसमें कहा कहा गया है कि ट्रंप प्रशासन कट्टरपंथी इस्लामवादी विचारधाराओं से उत्पन्न होने वाली समस्या को पहचानता है। जॉन बोल्टन ने कहा “कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवादी समूह अभी भी संयुक्त राज्य अमरीका के लिए प्रमुख खतरा बने हुए हैं। हम मानते हैं कि ऐसी कई आतंकवादी विचारधाराएं है जिसका हम सामना कर रहे हैं। लंबे समय से यह राष्ट्रपति का विचार रहा है कि इस तथ्य को स्वीकार किए बिना कि हम एक वैचारिक संघर्ष में हैं, हम आतंकवादी खतरे को सही तरीके से संबोधित नहीं कर सकते हैं।” बोल्टन ने आगे कहा कि रणनीति में आतंकियों के फंडिंग के स्रोत से आतंकवादी संगठनों को “अलग” करने की योजना शामिल है। इस प्रकार अमरीका और उसके सहयोगियों को संभावित खतरों से अधिक कुशलतापूर्वक विफल करने में मदद मिलेगी।
हालांकि नई रणनीति दस्तावेज में इस बात का उल्लेख नहीं है कि आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए अतिरिक्त वित्त प्रदान किया जाएगा या नहीं। बोल्टन ने ट्रम्प और ओबामा की रणनीतियों के बीच मतभेदों पर कहा कि हर शासन को अपने हिसाब से नीतियां निर्धारित करने का अधिकार है। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति ओबामा की जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद के बीच सह संबंध वाली टिप्पड़ी को हास्यास्पद बताया।