लिबरल विंग में सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश हैं रूथ
इसी ट्रीटमेंट से संबंधित एक जांच दौरान उनके फेफड़ें में नॉड्यूल्स (गांठ) पाए गए थे। उनका ऑपरेशन स्लोएन केटरिंग कैंसर सेंटर में हुआ। बता दें कि 85 वर्षीया रूथ कोर्ट के लिबरल विंग में सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश हैं।
आगे किसी बीमारी के कोई लक्षण नहीं: सर्जन
सुप्रीम कोर्ट की ओर से जारी बयान में आगे कहा गया कि जज का ऑपरेशन करने वाले सर्जन वैलेर रश ने जानकारी दी है कि गांठ काफी घातक थी। हालांकि सर्जन ने ये भी आश्वासन दिया कि आगे किसी बीमारी के कोई लक्षण नहीं पाए गए। इसके साथ ही आगे किसी तरह के उपचार की जरूरत नहीं है। रूथ के अभी कुछ दिन और अस्पताल में रहने के आसार हैं। गौरतलब है कि रूथ इससे पहले कोलॉन और पैन्क्रिएटिक कैंसर का इलाज करा चुकी हैं।