इस गलती के लिए हवाई स्टेट गवर्नर ने माफी मांगते हुए कहा कि यह स्थिति एक कर्मचारी के गलत बटन दबाने से पैदा हुई है। दरअसल, राज्य के सभी लोगों के मोबाइल पर एक मैसेज आया, जिसमें हवाई प्रांत पर मिसाइल अटैक का अलर्ट जारी था। मैसेज में लिखा था, ”हवाई शहर पर बैलिस्टिक मिसाइल का खतरा है, तत्काल आश्रय की तलाश करें यह कोई मॉकड्रिल नहीं है।” इस संदेश को लोगों ने सच्चाई मानने में इसलिए देर नहीं क्योंकि अमेरिका की उत्तर कोरिया से इस समय तनातनी आखिरी चरण की चल रही है। चल रही तनातनी के बीच मिसाइल हमले के अलर्ट को लोगों ने सच समझने में देर नहीं लगाई।
इस चेतावनी के जारी होने के 10 मिनट बाद हवाई आपातकालीन प्रबंधन एंजेंसी ने ट्वीट करते हुए लोगों को सूचित किया, “ हवाई पर कोई मिसाइल खतरा नहीं है।” दूसरा आपातकालीन अलर्ट आठ बजकर 45 मिनट पर चलाया गया। राज्य के गवर्नर डेविड ईजे ने भी लोगों से माफी मांगी और कहा कि ये कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से अलर्टा फ्लैश हुआ है।
हवाई के लोगों को मोबाइल पर मेसेज मिला जिसमें लिखा था, ‘हवाई में बैलिस्टिक मिसाइल हमले का खतरा। जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पहुंचे। यह अभ्यास नहीं है।’ रेडियो और टीवी पर भी यही अलर्ट ब्रॉडकास्ट हुआ। उत्तर कोरिया के मिसाइल हमले की धमकियों के कारण हवाई को संवेदनशील मानते हुए अलर्ट सिस्टम तैयार किया गया था। दिसंबर में अमेरिका ने परमाणु हमले के साइरन की टेस्टिंग भी की थी। ऐसा शीत युद्ध के खत्म होने के बाद पहली बार हुआ था।