बताया जा रहा है कि गुरुवार देर रात बंदोईया गांव के एक घर की चारदीवारी के अंदर एक व्यक्ति के जलने का आभास हुआ। ग्रामीणों ने तत्काल मुशीगंज पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने एम्बुलेंस बुलाकर पीड़ित को सीएचसी नौगिरवा अस्पताल पहुंचाया। जले हुए व्यक्ति की पहचान ग्राम प्रधान के पति बंदोईया अर्जुन के रूप में की गई। हालात गंभीर होने पर सीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल सुल्तानपुर ले जाया गया। जहां पर हालात और बिगड़ गई। जिसके बाद उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान प्रधान पति की मौत हो गई। शुक्रवार सुबह प्रधानपति का शव गांव पहुंचा। ग्रामप्रधान पति अर्जुन (50 वर्ष) के परिवार में पत्नी छोटका (ग्राम प्रधान बंदोईया), तीन बेटे सुरेंद्र, गोविंद, रविन्द्र और दो बेटियां पुनीता व बैजंती हैं।
परिजनों ने बताया गुरुवार शाम किसी काम से अर्जुन मुसवापुर चौराहा गए थे जब वे देर रात तक नहीं लौटे तो इसकी सूचना मुंशीगंज पुलिस को दी गई। इसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि बंदोईया गांव के एक घर में अर्जुन आग से जल गए हैं। परिजनों का ये भी आरोप है कि गांव के कुछ लोग प्रधानपति के साथ रहकर जबरन धनवसूली कर रहे थे।