सिर्फ वोट लेना है मकसद दुर्गेश त्रिपाठी ने कहा कि नेहरू परिवार गांधी परिवार के लोग अमेठी से जो रिश्ता दिखाते हैं वो चुनाव के समय बहुत प्रगाड़ होता दिखता है। लेकिन इन रिश्तों के पीछे जो उनके मक़सद है सिर्फ यहां पर आकर के वोट लेना। जीतना चुनाव और सदन मे जाकर सांसद बनकर पूरे देश की राजनीति मे भागीदारी करना यही उनका मक़सद होता है।
डायरी से जुड़ी पुरानी यादें कांग्रेस के बचाव मे उतरे पार्टी जिलाध्यक्ष योगेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि राजीव गांधी के जमाने से ही ये परम्परा रही है। 1984 से कैलेंडर बांटे जा रहे हैं। जो हमारे कार्यकर्ता और बूथ के साथी हैं, उन तक कैलेंडर और डायरी पहुंच जाए। डायरी से राजीव गांधी और सोनिया गांधी की पुरानी यादें जुड़ी हैं। इसके माध्यम से एक भावनात्मक जुड़ाव रहता है। जो भारतीय जनता पार्टी इस पर उंगली उठा रही वो सौ साड़ियां बांटती है, तो उसे किस मद्देनजर से देखा जाए।