स्मृति ईरानी ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘आदरणीय कांग्रेस कृपया फेक न्यूज ना फैलाएं। आपके कार्यकर्ता 25 मार्च से अमेठी में इसी प्रशासन के माध्यम से पास लेकर राहत देने के नाम पर घूम रहे हैं। आज तक इसी प्रशासन ने अमेठी को कोरोना मुक्त रखा है। इन्हें परेशान और बदनाम ना करें।’
यह है मामला कांग्रेस का आरोप है कि रविवार शाम को तहसीलदार की अगुवाई में कुछ प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस टीम गौरीगंज स्थित कांग्रेस कार्यालय पहुंची। इसके बाद टीम सीधे राहुल गांधी के जनसंपर्क कार्यालय गई और वहां रखी राहत सामग्रियों की जांच की। वहां मौजूद लोगों से राहत सामग्रियों के बारे में जानकारी ली। ब्योरा जुटाने के बाद टीम वापस चली गई। इसके बाद दीपक सिंह ने ट्वीट कर मामले को सार्वजनिक किया।
स्मृति पर लगे छापा डलवाने का आरोप दीपक सिंह ने ट्वीट कर कहा, ‘स्मृति ईरानी जी आप बड़ी भूल कर रही हैं, खुद आपने मंत्रालय से अमेठी को कुछ दिया नहीं, अगर राहुल जी प्रियंका जी मदद कर रही है तो अधिकारियों से छापा डलवा जा रहा है, यह सब सामान अमेठी की उस जनता के लिए है जो कांग्रेस के परिवार जैसी है। छापा मारने वाले अधिकारियों का जबाब देना पड़ेगा।’
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने भी आरोप लगाया गौरीगंज में कांग्रेस दफ्तर पर छापे मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि शायद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी द्वारा अमेठी की जनता को दी जा रही मदद योगी सरकार को हजम नहीं हुई। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा को राजनीति छोड़ कर मिल कर मदद करनी चाहिए।
इन आरोपों पर सांसद स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर कोरोना से जंग लड़ रहे प्रशासन को बेवजह परेशान करने का आरोप लगाया है। बता दें कि अमेठी में अब तक कोरोना का कोई मामला नहीं सामने आया है।