आंधी पंचायत समिति क्षेत्र के गांव नाभावाला में सैंथल सागर बांध से निकलने वाली सांवा नदी की रपट पर 18 साल बाद चादर चलने से ग्रामीणों में खुशी का माहौल है।
जयपुर। आंधी पंचायत समिति क्षेत्र के गांव नाभावाला में सैंथल सागर बांध से निकलने वाली सांवा नदी की रपट पर 18 साल बाद चादर चलने से ग्रामीणों में खुशी का माहौल है। दिनभर स्थानीय और आसपास के गांवों के ग्रामीणों व युवाओं में उत्साह देखने को मिला। नदी दौसा-अलवर वाया टहला स्टेट हाईवे के पास होने के कारण नाभावाला समेत आसपास के गांवों के लोग, निजी वाहन से गुजरने वाले राहगीर और भानगढ़ जैसी जगहों के सैलानी भी नदी में नहाने और तैरने का लुत्फ उठाते हैं। अल सुबह से ही पानी में लोगों की भीड़ रहती है।
सैंथल सागर बांध के कैचमेंट एरिया में अच्छी बारिश हुई, जिससे 29 फीट क्षमता वाले बांध में 27.5 फीट पानी की आवक हुई। इसके भूमिगत रिसाव से सांवा नदी पर चादर चलने लगी है।
नदी में पानी बहने से नाभावाला, खरताला, गोविंदपुरा, बीना वाला, सैंथल, उदावाला, काबलेश्वर, बिशनपुरा समेत दौसा व जयपुर जिले के पांच दर्जन गांवों में भू-जल स्तर बढ़ेगा। नदी किनारे होदायली गांव के नलकूपों से पानी अधिक मिलने से पेयजल समस्या में राहत मिलेगी। विशेषज्ञों के अनुसार, एक माह तक पानी का बहाव रहने से लगभग एक दशक तक भू-जल स्तर स्थिर रहेगा।