भारतीय पंजाब का करीब 553 किलोमीटर का क्षेत्र पाकिस्तान सीमा से लगता है। सीमा पर तस्करी व घुसपैठ रोकने के लिए कंटीली तार लगाई गई है, लेकिन कुछ जगह यह टूट चुकी है। रावी दरिया के घुमावदार रास्तों और जंगल के रास्तों से पाकिस्तानी तस्कर अच्छी तरह से परिचित हैं। कई बार दरिया के रास्ते तो कई बार कंटीली तार में प्लास्टिक की पाइप फंसाकर हेरोइन की खेप को भारतीय क्षेत्र में पहुंचाया जा चुका है।
भारतीय सुरक्षा एजेंसियां समय-समय पर अपने सूत्रों के माध्यम से तस्करों की होने वाली मूवमेंट की जानकारी सीमा सुरक्षा बल को देती रहती हैं, ताकि आईएसआई के मंसूबों पर पानी फेरा जा सके। सीमा पर बीएसएफ के साथ कई एजेंसियों के ज्वाइंट आपरेशन भी हो चुके हैं। इसी के चलते शनिवार को इस बारे में काउंटर इंटेलीजेंस के एआईजी केतन बालीराम पाटिल और अन्य अधिकारी बताते हैं कि उन्हें नशा तस्करों के खिलाफ विशेष अभियान के चलते भारत-पाकिस्तान सीमा पर भारतीय इलाके रमदास में एक गिरोह के द्वारा हेरोइन की सप्लाई कर रहे होने की सूचना मिली थी।
तुम न आए तो क्या सहर न हुई
हां मगर चैन से बसर न हुई!
मेरा नाला सुना जमाने ने एक तुम हो जिसे खबर न हुई
इसके बाद डीएसपी बलबीर सिंह, इंस्पेक्टर इंद्रदीप सिंह ने थाना रमदास की पुलिस पाटीज़् के साथ नाकाबंदी की। इस दौरान एक स्विफ्ट कार, हीरो पैशन मोटरसाइकल, बजाज प्लेटिना पर सवार लोगों को रोककर तलाशी ली तो इनके पास से हेरोइन के पंद्रह पैकेट मिले। इसके बाद इन सभी को तुरंत गिरफ्तार करते हुए इनके खिलाफ केस दजज़् कर आगे की कारज़्वाई शुरू कर दी गई है।