पंजाब के अमृतसर स्थित रणजीत एवेन्यू सी-ब्लॉक निवासी एक युवती कमाने के लिए करीब 7-8 साल पहले चंडीगढ़ चली गई। वहां ब्यूटी पार्लर ( Beauty Purlor ) पर काम करने लगी। मेहनत और लगन से काम करने के चलते वह देर रात तक नाइट पार्टी ( Night Party ) में काम कर अच्छा कमाने लगी। बस, यहीं से उसे नशे की लत भी लग गई। कुछ ही दिनों में वह ड्रग एडिक्ट हो गई।
नाइट पार्टीज में अच्छी कमाई तो हुई, लेकिन वह नशे ( Drug ) की लत की शिकार हो गई। शुरू में अच्छी कमाई हुई तो उसने चंडीगढ़ ( Chandigrah ) में मकान, ज्वैलरी और गाड़ी सहित कई सामान खरीद लिए। हालांकि नशे ने स्वास्थय चौपट कर दिया और जल्द ही घर, गाड़ी और ज्वैलरी बिक गई। हालत देखकर उसे अमृतसर लाया गया, जहां लोहे की जंजीरों से बिस्तर पर जकड़ दिया गया।