क्या है मामला नवजोत सिंह सिद्धू पर आरोप है कि उन्होंने अप्रैल. 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार के कटिहार में एक रैली के दौरान सांप्रदायिक टिप्पणी की थी। उस समय सिद्धू महागठबंधन की तरफ से कांग्रेस उम्मीदरवार के पक्ष में चुनावी रैली को संबोधित करने गए थे। इस रैली के बाद भाजपा के नेताओं ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया था। आरोप के मुताबिक, सिद्धू ने एक समुदाय को एकजुट होकर मतदान करने की अपील की थी। सिद्धू ने कहा था कि आप यहां 64 फीसदी आबादी हैं। अगर आप पंजाब काम करने आते हैं और आपको कोई भी दिक्कत होती है तो वहां मुझे याद करना मैं पंजाब का मंत्री हूं, वहां भी आपका साथ दूंगा। उन्होंने कहा कि यहां पर जाति-पांत की राजनीति हो रही है, बांटने की राजनीति की जा रही है। भाजपा के लोग यहां आकर आपके वोट को बांटने की कोशिश करेंगे। अगर आप इकट्ठे रहे तो कांग्रेस को कोई नहीं हरा सकता।
जमानत की अवधि समाप्त हो रही बिहार के कटिहार जिले के थाना बरसोई में मामला दर्ज होने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू को थाने से जमानत मिल गई थी। अब जमानत की अवधि समाप्त हो रही है। इसी बात का समन लेकर पुलिस आई है। अगर सिद्धू ने समन न लिया तो गिरफ्तारी वारंट भी जारी हो सकता है।