क्या है पूरा मामला: चंडीगढ़ में बीती 4-5 अगस्त की रात हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला तथा उसके साथी आशीष ने शराब के नशे में धुत्त होकर एक लडक़ी के साथ छेड़छाड़ की थी। पीडि़ता ने इस बारे में पुलिस को सूचित किया तो पुलिस ने आनन-फानन में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
जांच में जब यह पता चला कि पीडि़ता हरियाणा के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी वी.एस. कुंडू की बेटी है। मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण कुछ ही समय में तूल पकड़ गया और पुलिस लगातार कई मामलों में बैकफुट पर आती रही। मीडिया के चौतरफा दबाव तथा विरोधी राजनीतिक दलों के हंगामे के बाद पुलिस ने इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई की।
क्या हुई अदालत में कार्यवाही: चंडीगढ़ की अदालत में इस हाईप्रोफाइल केस को लेकर सुनवाई चल रही है। सुनवाई के दौरान आरोपियों ने कई बार जमानत के लिए याचिका भी लगाई लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। आज स्थानीय अदालत ने कहा कि आरोपियों के विरूद्ध जिन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है वह अब तक कार्यवाही तथा प्रमाण के आधार पर सही है। अब आरोपियों के खिलाफ शराब के नशे में धुत्त होकर गाड़ी चलाने एक लडक़ी का अपहरण करने के आरोप में केस चलेगा और कार्यवाही पूरी होने के बाद सजा सुनाई जाएगी।
अकाल तख्त की बैठक में फैसला,बूटा सिंह को सिख पंथ से किया बाहर
अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने आज एक हुक्मनामा जारी करके गुरूद्वारा घल्लूघारा साहिब के कोषाध्यक्ष को सिख पंथ से बाहर कर दिया है जबकि इसी गुरूद्वारा साहिब के अध्यक्ष को तनखाईया करार दिया गया है। ज्ञानी गुरबचन सिंह ने यह आदेश अकाल तख्त साहिब पर सभी तख्तों के जत्थेदारों के साथ हुई बैठक के बाद जारी किया है।