किसी ने नहीं सुनी आवाज जानकारी के मुताबिक हादसा उस समय हुआ जब गुरमानदीप सिंह ट्रैक्टर वाले खिलौने से खेलते-खेलते गली में निकल गया, जहां पर उसे छह कुत्तों ने घेर लिया। कुत्तों ने काटना शुरू कर दिया। लॉकडाउन होने की वजह से सब लोग अपने अपने घरों में थे। किसी ने उसके चिल्लाने या रोने की आवाज नहीं सुनी। कुत्ते गुरमानदीप को खींचकर खेतों में ले गए। आंख, गाल और गले पर इतनी बुरी तरह नोंचा कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जब काफी देर हो गई बच्चा घर नहीं आया तब परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की।
दादा ने खेत में देखा रमानदीप सिंह के दादा बलबीर सिंह ने बताया कि वह किसी काम से घर से बाहर निकले तो खेतों में कुत्तों के झुंड को किसी चीज पर झपटते देखा। पहले तो उन्होंने गौर नहीं किया, लेकिन बाद में शक होने पर नजदीक गए। वहां खून से लथपथ गुरमानदीप पड़ा था। उन्होंने कुत्तों को भगाया और फौरन परिवार को जानकारी दी। परिजन बिलखते रहे, लेकिन कुछ कर नहीं सकते थे।