यहां मिली जानकारी के मुताबिक आशाकुमारी भारी भीड़ के बीच अंदर जाने की कोशिश कर रही तो इस दौरान उनकी बहस महिला कॉंस्टेबल से हो गई। आशाकुमारी ने अचानक महिला कॉंस्टेबल पर थप्पड़ रसीद कर दिया तो जवाब में महिला कॉंस्टेबल ने भी थप्पड़ जड़ दिया। इससे हंगामा खड़ा हो गया।
आशा कुमारी हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में अपने निर्वाचन क्षेत्र डलहौजी से चुनाव जीती हैं और शुक्रवार को शिमला में राहुल गांधी द्वारा चुनाव में हार की समीक्षा के लिए रखी गई बैठक में भाग लेने के लिए आई हुई थीं। बैठक शुरु हो चुकी थी और आशाकुमारी बाहर थीं। उन्होंने अंदर जाने की कोशिश की तो यह वाक्या हो गया।
बाद में आशाकुमारी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि महिला कॉंस्टेबल ने उन्हें धक्का दिया था और खराब व्यवहार किया। उन्होंने कहा कि वे बेशक ड्यूटी पर थीं लेकिन, अपना धैर्य नहीं खोना चाहिए। वे उम्र में उनकी मां समान हूं। आशाकुमारी ने घटना के लिए माफी जाहिर करते हुए कहा कि मुझे भी अपना धैर्य नहीं खोना चाहिए था। आशाकुमारी पंजाब कांग्रेस की प्रभारी भी हैं और डलहौजी (हिमाचल) उनकी परंपरागत सीट है।
अब कर्मचारियों की कर्जदार बनी पंजाब सरकार
लगातार वित्तीय संकट से जूझ रही पंजाब सरकार ने अपने कर्मचारियों व अधिकारियों के वेतन को छोड़ अन्य सभी तरह के भुगतान पर रोक लगा दी है। करीब ढाई हजार करोड़ की कर्जदार पंजाब सरकार का वित्तीय संकट लगातार गहराता जा रहा है। सरकार द्वारा लगाई गई मौखिक रोक के बाद कर्मचारी संगठन सरकार के विरूद्ध लामबंद हो रहे हैं।
पंजाब सरकार की तरफ राज्य के कर्मचारियों/पेंशनरों के तकरीबन 2500 करोड़ रुपए बकाया हैं। दर्जा चार गवर्नमेंट कर्मचारी यूनियन पंजाब के राज्य महासचिव रणजीत सिंह राणवा, पेंशनर यूनियन पंजाब के नेता जसवंत सिंह जीरख व सतीश सचदेवा, पीडब्ल्यूडी दफ्तरी कार्यकर्ता संगठन पंजाब के नेता एपी मोरिया व अमित अरोड़ा ने बताया कि जिला खजाना लुधियाना दफ्तर में पंजाब के सभी विभागों से संबंधित कर्मचारी/पेंशनरों के तकरीबन 220 करोड़ से लेकर 230 करोड़ रुपए के बकाया बिल बीच में लटक रहे हैं, जिस कारण कर्मचारी बहुत परेशान हो रहें हैं।