अनूपपुर। बंगाल की जंगलों से झारखंड और फिर छत्तीसगढ़ के रास्ते अनूपपुर वनमंडल के कोतमा पहुंचे ३९ हाथियों का झुंड तीन नौनिहालों को जन्म देने और ५४ दिनों का समय व्यतीत करने के बाद अब छत्तीसगढ़ की ओर रवाना हो गए हैं। जो मप्र की सीमा से १५-२० किलोमीटर दूर छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ के भौता बीट के जंगल से होते हुए कोरिया जिले के खंडगवंा वन क्षेत्र अंतर्गत सकरा, बेलबहरा गांव के जंगल में रुके हुए हैं। हाथियों के आगे की ओर मूवमेंट को देखते हुए छग एवं मप्र के वन अधिकारी भी मान रहे हैं कि अब हाथियों का झुंड अनूपपुर की ओर वापसी नहीं करेगा। हाथियों के छत्तीसगढ़ की ओर मूवमेंट के बाद अब कोतमा वनपरिक्षेत्र के टांकी-मलगा बीट से सटे दर्जनों गांव के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। वहीं नियमित रात्रि गश्त और हाथियों की निगरानी में लगे वनकर्मियों को भी राहत मिली है। वनविभाग की जानकारी के अनुसार २५ सितम्बर की रात छत्तीसगढ़ के रास्ते कोतमा वनपरिक्षेत्र के टांकी में ३९ हाथियों ने कदम रखा था, जहां महानीम कुंडी के जंगलों में तीन नौनिहालों को जन्म देते हुए ५४ दिन का समय गुजारा है। वहीं हाथियों की निगरानी में कोतमा, बिजुरी और जैतहरी वनपरिक्षेत्र के अधिकारियों व कर्मचारियों को लगाया गया था, जहां दिन-रात की मॉनीटनिंग में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई, लेकिन इस दौरान फसल और मकानों को अवश्य नुकसान पहुंचा है। इनमें टांकी, मलगा, आमाडांड, फुलवारीटोला, सैतिनचुआ, डूमरकछार, बैगानटोला सहित दर्जनों गांव शामिल हैं। बॉक्स: अब तक 28 लाख से अधिक की मुआवजा राशि स्वीकृत राजस्व विभाग की जानकारी के अनुसार हाथियों के नुकसान में अब तक 393 कृषकों एवं 18 मकान क्षति से प्रभावित किसानों को 28 लाख 51 हजार 789 रुपए का मुआवजा भुगतान राशि स्वीकृत किया गया है। इनमें ग्राम भलमुड़ी के 7 कृषकों को 35 हजार रुपए, ग्राम फुलकोना के 61 किसानों को 3 लाख 5 हजार रुपए, ग्राम डूमरकछार के 21 कृषकों को 1 लाख 29 हजार 929 रुपए, ग्राम टांकी के 147 किसानों को 9 लाख 44 हजार 723 रुपए, ग्राम मलगा के 157 किसानों को 9 लाख 68 हजार 137 रुपए व मकान क्षति के 18 प्रकरणों में 4 लाख 69 हजार रुपए का मुआवजा स्वीकृत किया गया है। जबकि ग्राम भाठीसरई में 168 कृषकों, पडऱीपानी में 118, सेमरा में 5, फुलकोना में 137 कृषकों का सर्वे कार्य पूर्ण किया जा चुका है, जिसके प्रकरण तैयार करने की कार्रवाई की जा रही है। फुलकोना में 5, मलगा में 1 तथा डूमरकछार में 7 मकान क्षति के सर्वे का कार्य पूर्ण हो चुका है। वर्सन:हाथियों के जाने की सूचना मिली है, अब राजस्व विभाग से क्षेत्र में जितने भी शेष मुआवजा प्रकरण के मामले बचे हैं उनका जल्द स्वीकृति और वितरण के लिए निर्देशित किया जाएगा। ताकि प्रभावित किसानों व ग्रामीणों को राहत मिल सके।सोनिया मीणा, कलेक्टर अनूपपुर। [typography_font:18pt;” >———————————————-