घात लगाकर की थी वृद्धा मामी की हत्या, फिर घर पहुंच वृद्ध मामा पर किया था गड़ासा से प्रहार
जादू-टोना से घर की छींन गई थी खुशियां, परेशानियों से मुक्ति दिलाने वृद्ध दम्पत्ति की कर दी हत्या
घात लगाकर की थी वृद्धा मामी की हत्या, फिर घर पहुंच वृद्ध मामा पर किया था गड़ासा से प्रहार
अनूपपुर। कोतवाली थाना क्षेत्र के दूधमनिया गांव में ३ सितम्बर को हुई दोहरी हत्याकांड में पुलिस ने हत्यारे भांजा ४० वर्षीय शंखू गोंड पिता मोहन सिंह गोंड को लखनपुर-लहरपुर खोलईया के जंगल से गिरफ्तार किया है। वृद्ध की हत्या के दौरान हत्यारे के परिजनों ने उसे हत्या करते देख लिया था, जिससे भयभीत होकर शंखू गोंड की पत्नी और दोनों बच्चें जंगल की ओर भाग गए थे, जिसे खोजने जंगल गया था। लेकिन शाम को शव लेकर आ रही शव वाहन में सवार पुलिस जवानों को यह भनक लगी है कि संदेही हत्यारा अपने परिजनों की खोज में यहां आया है। जिसके बाद पुलिस ने जंगल की छानबीन करते हुए उसे खून से सने गड़ासा सहित गिरफ्तार किया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि उसने ही गड़ासा से अपने मामा-मामी की हत्या की है। हत्या के कारणों में उसने बताया कि मामी बेसहनी बाई जादू-टोना करती थी। पिछले १४ साल से दोनों सदस्यों ने हमारे घर की सारी खुशियां छींन ली थी। इसकी जादूटोना में मेरे मवेशी मर गए जो शासन की तरफ से मिले थे और कुछ खुद द्वारा खरीदा था। बच्चे अक्सर बीमार रहते थे। इससे मुक्ति पाने घर को एक शिक्षिका को किराया पर भी दिया, लेकिन बाद में वह शिक्षिका ही गम्भीर रूप से बीमार हो गई। मैं पंचायत भवन में चपरासी का काम करता था, लेकिन वहां लोगों से अनाप-शनाप शिकायत कर मेरा काम छुड़वा दिया था। घर की परेशानियों से त्रस्त हो गया और मानसिक बीमार रहने लगा। इससे छुटकारा पाने मैंने तीन माह तक घर भी त्याग दिया, फिर परिजनों के खातिर पुन: गांव आ गया। लेकिन समस्या कम नहीं हुई, जिससे तंग आकर उसकी हत्या का प्लान बनाया और ३ सितम्बर की सुबह मामी के गांव के तालाब की ओर जाते समय बकराहाघाट के पास गड़ासा से लगातार प्रहार कर उसकी हत्या कर दी और सिर काटकर डेढ़ किलोमीटर दूर नाला स्थित झाड़ी में गाड़ दिया। मामी की लाश उसका भांजा पप्पू और मामा भगवानदीन उठाकर ले गए। इस दौरान मैं तालाब की मेढ़ के रास्ते घर पहुंचा। जहां मामा भगवानदीन सिंह गोंड को भी मौका पाकर गड़ासा की वार से हत्या कर डाला। मामा की हत्या के दौरान घर में मौजूद पत्नी और दोनों बच्चों ने मुझे हत्या करते देख लिया था। उन्हें लगा कि शायद मैं उनपर भी हमला करूंगा, जिसकी डर से वह सभी घर से जंगल की ओर भाग गए। आरोपी का कहना था कि वह थाना समर्पण के लिए आ रहा था। लेकिन परिवार के सदस्य भागे हुए थे, जिसे खोजने के लिए मैं जंगल की ओर चला गया था। थाना प्रभारी प्रफुल्ल राय का कहना है कि अगर शाम को पुलिस आरोपी को जंगल से गिरफ्तार नहीं करती तो शायद १२ घंटे के भीतर आरोपी की गिर$फ्तारी सम्भव नहीं हो पाती। दोहरी हत्या प्रकरण का खुलासा एवं आरोपी को जंगल से गिरफ्तार करने वाले पुलिस अधिकारी कर्मचारियों को पुलिस अधीक्षक द्वारा पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।
बॉक्स: संदेही से दूसरे दिन भी पूछताछ जारी
राजेन्द्रग्राम थाना के सरईटोला में २ सितम्बर की रात कुल्हाड़ी की वार में ४० वर्षीय गोंविद सिंह मरावी की हत्या उसके बाड़ी में किए जाने के मामले में राजेन्द्रग्राम पुलिस दूसरे दिन भी संदेही से पूछताछ में जुटी रही। दो गिरफ्तार संदेही में सुखसेन ने बताया कि कुंदन सिंह उसके घर आया था। लेकिन आगे की घटना की जानकारी उसे नहीं है। वहीं पुलिस पूर्व के हमले तथा ग्रामीणों की पूछताछ के बाद संदेह के दायरे में आई जानकारी के आधार पर संदेही से लगातार पूछताछ कर रही है।
वर्सन:
हत्या के आरोपी को ३ सितम्बर की शाम ही जंगल से गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में उसने हत्या के कारणों सहित हत्या करने की बात कबूली है। मामला दर्ज कर न्यायालय पेश किया गया है।
अभिषेक राजन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनूपपुर।
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