कोतमा. कोल इंडिया की सहकम्पनी एसईसीएल जमुना-कोतमा क्षेत्र के भूमिगत बरताराई आमाडांड खदान में इन दिनों कोयला उत्पादन की होड़ में प्रबंधन ने कोयला मजदूरो की जान जोखिम में डाल दिया है।
कोयला उत्पादन में बरती जाने वाली लापरवाही पर कोयला मजदूरों ने लिखित शिकायत करते हुए डीजीएमएस जबलपुर एवं धनवाद को पत्र लिखा है। जिसमें कोयला मजदूरो ने सामूहिक हस्ताक्षर कर इसे भेजा है। बताया जाता है कि आमांडाड बरताराई भूमिगत खदान के अंदर 74 लेबिल 42 डिप में कोनी बेल्ट चलाया जा रहा है। 2 एलएचडी मशीन नम्बर 42-3 ये दोनों मशीन गाड़ी सर्वे ऑफ होने के बावजूद प्रबंधन फिटर के उपर जबरदस्ती दबाब डालकर कोयला उत्पादन के काम में ले रही है।
कोल प्रबंधन द्वारा कोयला मजदूरो की जान को जोखिम में डालकर कोयला उत्पादन के दौरान बाटम 74-एल का 42 डिप में कई दिनों से पंखा बंद है। जबकि इस स्थान पर दो पंखा चालू रखे रहने की अनिवार्यता होती है। पत्र में हस्ताक्षर करने वाले मजदूर रामनिवास, तेरस, जोगीलाल, हीरालाल, मोहित, रामबिहारी सहित अन्य श्रमिक हैं। श्रमिकों का कहना है कि उन्हें सुरक्षा के उपकरण भी मुहैया नहीं कराए जाते हैं और अधिक समय तक काम लिया जाता है। जिससे उनमें मानसिक के साथ शारीरिक थकान भी आ रही है।
इनका कहना है
भूमिगत खदान में बंद पंखे को सुधरा जा रहा है। कोयला मजदूरो को सुरक्षित कर कोयला उत्पादन किया जाता है।
ओमप्रकाश दुबे, उपक्षेत्रीय प्रबंधक, भूमिगत खदान आमाडांड।
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जनप्रतिनिधियों से नहीं वसूले गए 19 लाख रुपएकोतमा. कोतमा जनपद अंतर्गत वर्ष 2012- 2015 तक ग्राम पंचायतों में कराए गए शौचालय निर्माण तथा उनकी जांच में आई लाखों की आहरित राशियों पर प्रशासन द्वारा जनप्रतिनिधियों से वसूली के लिए जारी किए गए निर्देश के बाद भी ६ ग्राम पंचायतों से १९ लाख २२ हजार की राशियों की वसूली नहीं हो सकी। जबकि ग्रामीणों की शिकायत पर जनपद पंचायत सीईओ ने सम्बंधित उच्च अधिकारियों सहित एसडीएम को भी पत्राचार कर कार्रवाई की मांग की थी। बताया जाता है कि ग्राम पंचायत कोठी के सरपंच बलराम कोल सचिव बीरसाय पाव ने 60 शौचालय, ग्राम पंचायत बहेराबंाध के सरपंच बारेलाल पुरी सचिव अमर सिंह 71 शौचालय, ग्राम पंचायत ठोडहा, सरपंच सुशीलाबाई कोल सचिव बृजेश कुमार तिवारी 28 शौचायल, ग्राम पंचायत गुल्लीडांड के सरपंच रामलाल कोल सचिव
दिलीप कुमार शर्मा 195 शौचालय, ग्राम पंचायत डोगारिया टोला के सरपंच सेमवती बाई सचिव जीवनलाल सावले के द्वारा 64 शौचालयो के बिना निर्माण के ही राशि निकाल ली गई थी। जिसमें इन सरपंच सचिव को नोटिस देकर ग्राम पंचायत गुंल्लीडांड के सरपंच सचिव को 897000 रूपए, डोगरियाकला के सरपंच सचिव को 294400 रूपए, ठोडहा के सरपंच सचिव को 128000 रूपए , बहेराबंाध के सचिव को 326600 रूपए, कोठी के सरपंच सचिव पर 276000 रूपए सहित कुल १९ लाख २२ हजार रूपए जमा करने के निर्देश दिए थे, मगर उक्त राशियां अभी तक जमा नहीं कराई गई है और न ही वसूली के प्रयास किए।
इनका कहना हैहमारे द्वारा एसडीएम सहित उच्च अधिकारियों को कार्रवाई के लिए पत्र भेज दिए गए थे। कार्रवाई क्यों नहीं हुई ये अधिकारी ही बता पाएंगे।
वीरेन्द्रमणि मिश्रा, सीईओ, कोतमा।
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