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अनूपपुर

अतिक्रमण हटाने के माहभर बाद भी अधूरी 200 मीटर लम्बी सडक़ का नहीं हो सका निर्माण

कलेक्टर ने निर्देश को ठेकेदार ने किया दरकिनार, सौगात के सपने रह गए अधूरे

अनूपपुरJan 20, 2020 / 11:23 pm

Rajan Kumar Gupta

Even after a month of removing the encroachment, the incomplete 200 me

अतिक्रमण हटाने के माहभर बाद भी अधूरी 200 मीटर लम्बी सडक़ का नहीं हो सका निर्माण

अनूपपुर। 68 करोड़ की लगात से अनूपपुर-जैतहरी निर्माणाधीन सडक़ निर्माण कार्य में ठेकेदार की मनमानी हावी रही है। चंद मीटर सडक़ निर्माण कार्य पूर्ण करने कलेक्टर द्वारा दिए गए निर्देश को भी ठेकेदार ने दरकिनार कर दिया है। खुद ठेकेदार द्वारा सडक़ निर्माण के लिए जिला प्रशासन को दिए माहभर के आश्वासन के बाद भी २०० मीटर लम्बी सडक़ का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं करा सकी है। हालात यह है कि निर्माण के लिए पुरानी सडक़ की हुई खोदाई में दो फीट गहरा ३५ फीट चौड़ा गड्ढा नगरीय जनजीवन को व यातायात को माहभर से प्रभावित कर रखा है। दूसरी छोर पर चंद मीटर चौड़ी सडक़ पर पैदल चल रही नगरीय जीवन के बीच दौड़ लगा रही भारी वाहनों से अप्रिय घटना की आशंका बनी रहती है। बारिश के दौरान यह भी मार्ग चलने लायक नहीं बचता है। वहीं खोदे हुए गड्ढों में आसपास के घरों का दूषित पानी भरकर अब संक्रमण को न्यौता दे रहा है। माहभर से गड्ढे में दूषित पानी के भराव से दुर्गंध आने लगी है। जिसके कारण आसपास के व्यापारिक प्रतिष्ठानों सहित आवासीय परिसरों में निवास करने वाले रहवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नगरवासियों का कहना है कि जब सडक़ का निर्माण नहीं किया जाना था तो ठेकेदार ने सडक़ की खुदाई क्यों करवा दी। और अगर खोदाई करवाई तो कलेक्टर को दिए आश्वासन में निर्माण कार्य पूर्ण क्यों नहीं कराया है। जबकि यह बात ठेकेदार और जिला प्रशासन सहित पीडब्ल्यूडी विभाग भी जानती है कि अनूपपुर-जैतहरी बिलासपुर शहडोल सहित अन्य प्रदेशों को जोडऩे वाली मुख्य मार्ग है, जिसपर रोजाना हजारों वाहनों की आवाजाही बनी रहती है। वहीं शहर का मुख्य मार्ग होने के कारण सडक़ के दोनों छोर सैकड़ो व्यापारिक प्रतिष्ठान और हजारों पैदल यात्रियों की आवाजाही बनी रहती है। बावजूद बावजूद सडक़ निर्माण के प्रति न ठेकेदार गम्भीरता दिखा रहा और ना ही काम कराने के लिए जिला प्रशासन गम्भीर हो रही है। जिसके कारण अब जिला प्रशासन द्वारा २६ जनवरी से पूर्व नगरवासियों को अनूपपुर-जैतहरी सडक़ को जनता के लिए समर्पित करने का आश्वासन धूमिल हो गया है। हालांकि सडक़ निर्माण का कार्य आरम्भ नहीं होने पर कलेक्टर ने नाराजगी जताते हुए जल्द कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिए थे। लेकिन आश्चर्य माहभर के दिए समय बाद भी ठेकेदार २०० मीटर लम्बी सडक़ में एक मीटर भी सडक़ का निर्माण कार्य नहीं कराया है।
उल्लेखनीय है कि अतिक्रमण के कारण १४ दिसम्बर २०१९ को पत्रिका की खबर ‘बिना नाली सडक़ का होगा निर्माण’ पर कलेक्टर ने गम्भीरता दिखाते हुए २० जनवरी को निर्माणाधीन अनूपपुर-जैतहरी सडक़ का निरीक्षण किया था। जहां अतिक्रमण वाले स्थलों का मुआयना करते हुए अतिक्रमण हटाने के निर्देश देते हुए ठेकेदार से कबतक सडक़ निर्माण कार्य पूर्ण की बात कही थी, जिसपर ठेकेदार ने एक माह का समय मांगते हुए जनवरी माह में कार्य पूर्ण होने का आश्वासन दिया था। दरअसल २६ जनवरी को कलेक्टर इस मार्ग को आम जनता के लिए समर्पित करने के उद्देश्य से एसडीएम अनूपपुर व पीडब्ल्यूडी विभाग से समस्त अतिक्रमण हटाकर निर्माण कार्य जारी रखने के निर्देश दिए थे।अधिकारियों ने दूसरे दिन अतिक्रमण को भी हटा दिया था। बावजूद ठेकेदार ने सडक़ निर्माण में माहभर का समय बीता दिया और एक मीटर सडक़ की ढलाई भी आरम्भ नहीं कर सका। नगरीय क्षेत्र की दो किलोमीटर लम्बी अधूरी सडक़ निर्माण में ठेकेदार को दो साल बीत गए, लेकिन सडक़ आज भी अधूरा पड़ा है।
वर्सन:
राजस्व विभाग द्वारा अतिक्रमण हटाकर पीडब्ल्यूडी को स्थान उपलब्ध कराया गया है। कलेक्टर ने स्पष्ट शब्दों में पीडब्ल्यूडी विभाग को सडक़ निर्माण के निर्देश दिए थे। अब क्यों नहीं बन पाई है यह विभाग ही बता पाएगा।
कमलेश पुरी, एसडीएम अनूपपुर।
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