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अनूपपुर

मौसम की मार में किसानों की मेहनत पर फिरा पानी, रबी की तैयार तबाह

आसमान पर काले बादलो का पहरा, रूक-रूक कर हो रही झमाझम बारिश

अनूपपुरMar 18, 2019 / 04:17 pm

Rajan Kumar Gupta

Fira water on the hard work of farmers in the hitting of weather, rabb

मौसम की मार में किसानों की मेहनत पर फिरा पानी, रबी की तैयार तबाह

अनूपपुर। मौसम में तेज हवाओं व बारिश होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरूवार से मौसम में आए बदलाव के बाद लगातार प्रतिदिन दोपहर और शाम के समय तेज आंधी रूपी हवाओं के साथ बारिश की बंूदे किसानों की मेहनत पर पानी फेर रहा है। रविवार की दोपहर को आसमान में काले बादलों की उमड़-घूमड़ बनी रही और दोपहर के बाद झमाझम बारिश की बौछार में सारा शहर पानी पानी हो गया। यह सिलसिला रात में भी जारी है। जबकि इससे पूर्व गुरूवार और शुक्रवार को हुई मूसलाधार बारिश और ओलावृष्टि में खेतों में तैयार रबी की फसलें को अधिक नुकसान पहुंचाया था, शेष अब बारिश की बौछारें खेत-खलिहान में कटी फसलों को नुकसान पहुचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। किसानों का कहना है कि अब उनकी फसलों को नुकसान के अलावा कुछ और नहीं होगा। इससे पूर्व ओलावृष्टि और तेज आंधी के साथ हुई बारिश में गेहूं की अधिंकाश फसलें खेतों में बिछ गई है। जबकि सब्जी सहित दलहनी और तिलहनी की तैयार फसलें ओला व बारिश में बुरी तरह बर्बाद हो चुकी है। इसके अलावा बंसत के सीजन में आम और महुआ जैसी मौसमी फसलों के भी बौरे ओलावृष्टि की चोट में पूरी तरह झड़ गए हैं। जिसके कारण इस वर्ष आम और महुआ की फसलें नामात्रा में ही दिखने को मिलेगें। हालंाकि लगातार बारिश में कृषि विभाग ने भी निराशा जाहिर किया है। विभाग का कहना है कि सामान्य बारिश के बाद भी जिले में रबी फसलों की अच्छी बुवाई की गई थी और इस बार फसलों से ज्यादा उत्पादन की उम्मीद की जा रही थी। लेकिन दिसम्बर माह के दौरान पड़ी पाला में ३० प्रतिशत तक की फसलें बर्बाद हो गई। इसके बाद जनवरी माह के दौरान जिले के रबी फसल क्षेत्र पुष्पराजगढ़ के अधिकांश क्षेत्रों में हुई ओलावृष्टि में रबी और सब्जी की फसल को कुछ हद तक नुकसान पहुंचा था। लेकिन दो दिन पूर्व हुई ओलावृष्टि और बारिश में सर्वाधिक फसलों को नुकसान पहुंचने की सम्भावनाएं जताई गई है। कृषि उपसंचालक एनडी गुप्ता का कहना है कि अभी सर्वेक्षण रिपोर्ट नहंी आई है और कार्य जारी है। लेकिन नुकसान से इंकार नहीं किया जा सकता है। भू-अभिलेख अधीक्षक के अनुसार अभी बारिश के आसार बने हुए है और होली तक रह-रह कर बारिश हो सकती है। फिलहाल लगातार बारिश से जहां किसानों की मुसीबत बढ़ गई है। वहीं बारिश ने जनजीवन को भी प्रभावित किया है। मौसम में बारिश के कारण ठंड सा माहौल बन आया है। तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। रविवार को अनूपपुर का अधिकतम तापमान २६ डिग्री तथा न्यूनतम तापमान १८ डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। विदित हो कि जिले वर्ष २०१८-१९ के लिए अनूपपुर जिले में रबी फसल ७४ हजार ४०० हेक्टेयर भूमि में लक्षित की गई है। जिसमें गेहूं २०.५० हजार हेक्टेयर, जौ एवं अन्य अनाज ०.०७ हेक्टेयर, चना १८.३० हजार हेक्टेयर, मटर २.६० हजार हेक्टेयर, मसूर १६.६० हजार हेक्टेयर, अन्य दलहन ०.२२ हजार हेक्टेयर, सरसो ७.४० हजार हेक्टेयर, अलसी ८.७० हजार हेक्टेयर सहित गन्ना ०.०१ हजार हेक्टेयर पर बुवाई की गई है।

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