अनूपपुर। कोरोना संक्रमण काल में अंत्येष्ठि के लिए नगरीय क्षेत्र में जलाऊ लकडिय़ों की व्यवस्था में ८ मई को कोतमा एसडीएम द्वार वनपरिक्षेत्राधिकारी को जारी किए गए आदेश में अब कोतमा और बिजुरी नगरीय क्षेत्रों के लिए १०-१० क्विंटल जलाऊ लकडिय़ों का भंडारण उपलब्ध करा दिया गया है। इसे अनूपपुर और शहडोल से भेजा गया है। जिसके बाद प्रशासन सहित स्थानीय नागरिकों ने भी राहत महसूस किया है। बताया जाता है कि कोतमा अनुविभाग के दोनों नगरीय क्षेत्रों के लिए उनकी मांग के अनुसार वनविभाग द्वारा लकडिय़ां उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया है। कोतमा एसडीएम ऋषि सिंघई ने बताया कि नगरपालिका कोतमा की मासिक डिमांड औसतन ५० क्विंटल तथा बिजुरी नगरपालिका की मांग लगभग १०० क्विंटल लकडिय़ां हैं। जिसे वनविभाग द्वारा धीरे-धीरे उपलब्ध कराया जाएगा। अब दोनों नगरीय क्षेत्रों में अंत्येष्टि के लिए लकडिय़ों की कमी नहीं होगी। साथ ही नगरीय प्रशासक को इसकी लगातार उपलब्धता बनाए रखने के भी सख्त निर्देश दिए गए हैं। विदित हो कि ७ मई को पत्रिका ने अंतिम संस्कार के लिए नगरवासियों को नहीं मिल रही जलाऊ लकड़ी पर खबर प्रकाशित किया था। जिसमें वन विभाग की लापरवाही व असंवेदनशीलता और नगरपालिका की अनदेखी बताते हुए लोगों को वर्तमान कोरोना संकट के दौरान हो रही परेशानी पर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट किया था। जिस पर संज्ञान लेते हुए एसडीएम कोतमा के द्वारा ७ मई को कोतमा तथा बिजुरी वन कार्यालय में आवश्यक जलाऊ लकड़ी की उपलब्धता बनाए जाने के आदेश जारी किए थे। इस आदेश में एसडीएम ने वन परिक्षेत्राधिकारी को आदेश जारी करते हुए कोतमा और बिजुरी नगरीय अधिकारियों की मांग के अनुसार जलाऊ लकडिय़ां तत्काल उपलब्ध करने और भंडारण की जानकारी के निर्देश दिया था। साथ ही एसडीएम ने अपने आदेश में सम्बंधित लकडिय़ों का भुगतान संबंधित नगरपालिका द्वारा किया जाना बताया था। बॉक्स आदेश के बाद तत्काल ही वनविभाग हरकत में आया। बिजुरी के लिए वनविभाग ने ८ मई की रात ही लकडिय़ों का चट्टा मंगवाना शुरू कर दिया। इस दौरान लगातार लकडिय़ों की आवक बनी रही। वहीं अब कोतमा व बिजुरी के लिए १०-१० क्विंटल लकडिय़ां आवंटित करवा दी है। विदित हो कि वर्तमान में अनूपपुर, जैतहरी, कोतमा, पसान, बिजुरी, अमरकंटक, वनगवां, डोला, डूमरकछार नगरीय क्षेत्र हैं।[typography_font:18pt;” >——————————————————–