अनूपपुर। वनमंडल अनूपपुर के जमुड़ी बीट के पास वन्यजीवों की शिकार की योजना बना रहे तीन बाहरी शिकारियों की गिरफ्तारी और न्यायालय में प्रस्तुति के बाद अब पुलिस ने भी दो दिनों की न्यायिक अभिरक्षा में आरोपियों को लिया है। जहां पुलिस शिकार और बरामद किए गए आधुनिक राइफल व २५ जिंदा कारतूस सहित अन्य हथियारों के मामले में पूछताछ करेगी। इसके बाद पुलिस द्वारा जहां आम्र्स एक्ट के रूप में मामला दर्ज करते हुए अन्य धाराओं में कार्रवाई करेगी, वहीं पुलिस की कार्रवाई के बाद वनविभाग द्वारा भी गिरफ्तार शिकारियों के खिलाफ अन्य धाराओं में मामला दर्ज करेगी। वनमंडलाधिकारी अनूपपुर डॉ. अब्दुल अलीम अंसारी ने बताया कि २० जनवरी को शिकारियों को न्यायालय पेश के बाद पुलिस ने भी आधुनिक राइफल जब्ती पर न्यायिक हिरासत की मांग की। जिसमें न्यायालय ने पूछताछ के लिए दो दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा है। डीएफओ ने बताया कि अन्य धाराओं में वनविभाग पुलिस के साथ दो दिन बाद मामला दर्ज करेगी। वहीं उन्होंने बताया कि १८-१९ जनवरी की रात शिकारियों की गिरफ्तारी के बाद २० जनवरी को शहडोल की डॉग स्क्वायड की टीम द्वारा लगातार घटना स्थल सहित आसपास की जांच की गई है, जिसमें दो स्थानों पर रक्त के धब्बे पाए गए हैं, इसके अलावा गांव के पास एक स्थान पर पाया गया है। जिसकी सैंपल हैदराबाद लैब भेजा गया है। वहीं वनविभाग अमला शिकार के मामले में पूरी सतर्कता के साथ जांच में जुटी है। जल्द ही पूछताछ में नया खुलासा सामने आ सकता है।विदित हो कि १८-१९ जनवरी की रात डीएफओ अनूपपुर और चालक की सूझबूझ ने जमुड़ी बीट में बड़े शिकार के फिराक में जुटे तीन शिकारियों को मौके से गिरफ्तार कर उसके लग्जरी जीप क्रमांक सीजी १३ यूसी ७३०४ में एक आधुनिक राइफल, 25 जिंदा कारतूस एवं एक खाली कारतूस, दो चाकू, एक गड़ासा एवं एक एयर बैग, जिसमें एयरबैग और चाकू में खून लगा था पाया था। इस मामले में ३२ वर्षीय सोहराव फिरदौसी पिता अबरार अहमद, ३३ वर्षीय वकील पिता मोहम्मद हुसैन फिरदौसी, ३५ वर्षीय आरिफ पिता कासिम फिरदौसी सभी निवासी नवागढ़ अंबिकापुर जिला सरगुजा छत्तीसगढ़ के बताए जाते हैं को गिरफ्तार किया गया था। ये सभी शिकारी ३५० किलोमीटर दूर छग से शिकार में यहां पहुंचे थे। [typography_font:18pt;” >————————————————————-