यह शासन की रोजागारोन्मुखी प्रशिक्षण नीति के सकारात्मक परिणाम हैं। प्रशिक्षण उपरांत प्रतिष्ठित संस्थानों में रोजगार प्राप्त कर, न सिर्फ ये सभी आर्थिक रूप से सक्षम होंगी बल्कि बाहर की दुनिया से संपर्क में आने से इनके रहन सहन एवं सामाजिक जीवन के अन्य पहलुओं पर भी सकारात्मक बदलाव आयेगा।
जिला प्रशासन के द्वारा क्षेत्र के युवक एवं युवतियों को प्रशिक्षित कर आत्मनिर्भर बनाने हेतु सतत् प्रयास किये जा रहे है। म.प्र.डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत कौशल उन्नयन प्रशिक्षण एवं प्रमाणीकरण कार्यक्रम अंतर्गत अनुबंधित संस्था आई.एल. एंड एफ.एस. द्वारा औद्योगिक सिलाई मशीन ऑपरेटर विषय पर 24 युवतियों को 40 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण प्रदान किया गया था।
उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत उपस्थित हुईं एवं आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में कदम बढ़ा रहीं समस्त युवतियों को उनके उज्जवल भविष्य हेतु शुभकामनाएं प्रदान करते हुए अपने घर परिवार और समाज में रोल मॉडल बनने हेतु प्रेरित किया।
जिला परियोजना प्रबंधक, म.प्र. दीन दयाल अन्त्योदय योजना, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, शशांक प्रताप सिंह ने बताया कि आजीविका मिशन द्वारा प्रशिक्षण एवं नियोजन कार्यक्रम अंतर्गत औद्योगिक सिलाई मशीन आपरेटर विषय पर आईएल एंड एफएस संस्था को अनुबंधित किया गया है, जो बेरोजगार युवक युवतियों को प्रशिक्षण प्रदान कर रोजगार उपलब्ध कराएगी, प्रतिभागियों के लिए यह प्रशिक्षण पूर्णत: नि:शुल्क है तथा प्रशिक्षण पर होने वाले समस्त व्यय का वहन आजीविका मिशन द्वारा किया जा रहा है।
आईएल एंड एफएस के जिला समन्वयक विमलेश दुबे ने बताया कि उक्त प्रशिक्षण 12 अप्रैल 2018 को स्थानीय विधायक रामलाल रौतेल की उपस्थिति में प्रारंभ किया गया था।
पूर्णत: नि:शुल्क एवं आवासीय प्रशिक्षण प्राप्त युवतियों को बंगलूरू में शाही एक्सपोट्र्स प्राइवेट लिमिटेड में औद्योगिक सिलाई मशीन आपरेटर के रूप में कार्य करने हेतु आफर लेटर प्राप्त हो चुका है और समस्त युवतियां 26 मई को कार्य पर उपस्थिति हेतु रवाना होंगी।