खरीदी बंद, उपार्जन केन्द्रों पर पसरा सन्नाटा, लक्ष्य के अनुरूप नहीं हुई धान की खरीदी
13749 किसानों से 7 लाख 25 हजार क्विंटल धान की खरीदी, पिछले वर्ष के लक्ष्य से 15 हजार क्विंटल अधिक
अनूपपुर
Published: January 22, 2022 10:02:07 pm
अनूपपुर। जिले में २९ नवम्बर से १५ जनवरी और शासन द्वारा बढ़ाए गए ५ अतिरिक्त दिनों में २० जनवरी तक की गई धान खरीदी के बाद अब उपार्जन केन्द्रों पर सन्नाटा पसर गया है। किसानों का उपार्जन केन्द्रों पर रूख बंद हो गया है। वहीं सोसायटी प्रबंधक उपार्जन केन्द्रों पर भंडारित धान की बोरियों को सुरक्षित स्टैक लगाने में जुट गए हैं। २० जनवरी तक की गई खरीदी में विभाग मात्र ७ लाख २५ हजार क्विंटल ही धान की खरीदी कर सकी, जो वर्तमान वर्ष में निर्धारित किए गए लक्ष्य से १ लाख ७५ हजार क्विंटल धान कम है। विभागीय जानकारी के अनुसार २९ नवम्बर से २० जनवरी तक किए गए उपार्जन में अब तक जिले में १३७४९ किसानों से ७ लाख २५ हजार ७२० क्विंटल धान की खरीदी की गई है। यह उपार्जन पिछले वर्ष की तुलना में १५ हजार क्विंटल अधिक है। नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा वर्ष २०२०-२१ में ७१०२२१.७१ क्विंटल धान का उपार्जन किया गया था। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि पिछले वर्ष अन्य वर्षो की तुलना में २ लाख क्विंटल अधिक धान की खरीदी को देखते हुए वर्ष २०२१-२२ के लिए जिला प्रशासन ने ९ लाख क्विंटल धान उपार्जन का लक्ष्य निर्धारित किया था। लेकिन शासन के निर्देश में अवैध तरीके से बिचौलियों द्वारा किसानों की आड़ में अमानक और अवैध धान को बेचे जाने को खतरा मानते हुए स्थानीय स्तर पर प्रशासन द्वारा उपार्जन केन्द्रों के लिए नोडल अधिकारी और बाहरी धान को बिचौलियों से उपार्जन केन्द्रों तक पहुंच रोकने जिले की सीमाओं की निगरानी में निगरानी दल तैनात कर दिया। इस दौरान नोडल और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कार्रवाई कर सूचनाओं के आधार पर दर्जनों स्थानों पर अवैध भंडारित धान को जब्त करने की कार्रवाई भी की। जिसका परिणाम यह हुआ कि किसानों के अलावा उपार्जन केन्द्रों पर बिचौलिए नहीं पहुंच सके और लक्ष्य के अनुरूप धान की खरीदी नहीं हो सकी।
बॉक्स: १८ हजार पंजीयन में मात्र १३ हजार किसान पहुंचे केन्द्र
विभागीय आंकड़ों को देखा जाए तो खरीफ विपणन के लिए जिले में १८२३६ किसानों ने अपना पंजीयन कराया था। लेकिन २० जनवरी तक की गई खरीदी में मात्र १३७४९ किसानों ने ही अपना धान बेचा है। इस प्रकार ४४८७ किसान उपार्जन केन्द्रों तक नहीं पहुंच सके। वहीं ९ लाख क्विंटल के लक्ष्य में मात्र ७ लाख २५ हजार क्विंटल धान की खरीदी हो सकी। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि ये वे किसान है जिन्होंने धान की पैदावार नहीं की या बिचौलियों के रूप में किसानों के रूप में अपना पंजीयन कराया है।
अब तक कुल खरीदी: एक झलक
कुल पंजीकृत किसान- १८२३६
कुल विक्रेता किसान- १३७४९
कुल खरीदी धान- ७२५०७२.२१ क्विंटल
किसानों को देय राशि- १४०६६४००९१.२८
ऋण विरूद्ध देय राशि- १३२९८४१७६०.८८
परिवहन के लिए तैयार धान- ७१४३३७.४१
कुल परिवहन मात्रा- ५०८५३८.४७
शेष मात्रा- २४०३३७.७८
वर्सन:
इस वर्ष पिछले वर्ष के लक्ष्य के अनुरूप ही खरीदी हुई है, कुछ मात्रा अधिक है। लेकिन प्रशासनिक स्तर पर उपार्जन के लिए बनाए गए नोडल और निगरानी अधिकारियों के कारण बिचौलियों से खरीदी नहीं हो सकी।
प्रदीप कुमार द्विवेदी, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी अनूपपुर।
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