अनूपपुर। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में पिछले 2 महीने से शोधार्थी छात्र छात्राओं के शैक्षणिक पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा प्रारंभ कर दिए गए हैं। लेकिन प्रबंधन ने उने रहने के लिए विश्वविद्यालय परिसर में उपलब्ध छात्रावास को प्रारंभ किए जाने की अनुमति नहीं दी है। जिसके कारण शोधार्थी छात्र छात्राओं को विश्वविद्यालय परिसर से बाहर महंगे दामों पर किराए में मकान लेकर रहना पड़ रहा है। इससे शोधार्थी छात्र छात्राओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बताया जाता है कि पिछले 2 महीनों से विश्वविद्यालय प्रबंधन के निर्देश में शोधार्थी छात्र-छात्राएं शैक्षणिक कार्य में जुटे हुए हैं। छात्रों का कहना है कि कोरोना महामारी को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा 2 वर्षों से परिसर में स्थित छात्रावास बंद कर दिया गया है। शोधार्थी छात्रों के लिए अलग से छात्रावास स्थित है, उसमें भी ताला लगा हुआ है। जिसे शैक्षणिक गतिविधि प्रारंभ होने के बावजूद प्रारंभ नहीं किया जा रहा है। विश्वविद्यालय में लगभग 400 शोधार्थी छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। जिन्हें छात्रावास प्रारंभ नहीं होने के कारण लालपुर गांव तथा पोडक़ी सहित अमरकंटक में महंगे दामों पर किराए पर कमरा लेकर रहने की मजबूरी बनी हुई है।[typography_font:18pt;” >—————————————————-