न्यायाधीश बोले बच्चों को बाल मजदूरी से रोके, अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान करें
विधिक साक्षरता शिविर में संविधान में प्रदत्त मूल अधिकार एवं मूल कर्तव्य के बारे में ग्रामीणों को दी जानकारी
न्यायाधीश बोले बच्चों को बाल मजदूरी से रोके, अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान करें
अनूपपुर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनूपपुर द्वारा जिला एवं सत्र न्यायाधीश व अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनूपपुर डॉ. सुभाष कुमार जैन के मार्गदर्शन में ग्राम पंचायत पसला में विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में राकेश सनोडिया प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-1 अनूपपुर एवं जीतेन्द्र मोहन धुर्वे जिला विधिक सहायता अधिकारी मौजूद रहे। शिविर के दौरान न्यायाधीश राकेश सनोडिया ने उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए राजीनामा योग्य प्रकरणों को लोक अदालत के माध्यम से समझौता से प्रकरणों का निराकरण करने की बात कही। उन्होंने कहा कि लोक अदालत में होने वाले समझौते में न कोई पक्ष हारता है न जीतता एवं इन प्रकरणों की किसी न्यायालय में अपील नहीं की जाती है। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि अपने बच्चों को बाल मजदूरी से रोके, प्रत्येक ग्रामीण को चाहिए कि वह अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान करेें। उन्होंने संविधान में प्रदत्त मूल अधिकार एवं मूल कर्तव्य के बारे में भी ग्रामीणों को बताया। इस मौके पर न्यायाधीश ने ग्रामीणों की समस्याओं को सुनते हुए सलाह भी दी। जिला विधिक सहायता अधिकारी जीतेन्द्र मोहन धुर्वे ने ग्रामीणजनों को संबोधित करते हुए जिला विधिक सेवा प्रधिकरण के कार्यों को बताया तथा उन्होंने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्देश्य है कि कोई भी व्यक्ति न्याय से वंचित न रहे। उन्होंने विधिक सहायता योजना व माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिक भरण-पोषण अधिनियम के बारे ग्रामीणजनों को बताया। उन्होंने आगामी 13 जुलाई को आयोजित होने वाली लोक अदालत के संबंध में भी उपस्थित ग्रामीणजनों को जानकारी दी। उक्त विधिक साक्षरता शिविर के दौरान जनपद सदस्य राजू राठौर, सचिव रामचंद यादव, पीएलवी प्रभा केवट, जिला प्राधिकरण से केनेडी भीमटे, ऋषि पांडेय, महेश साकेत एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
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