अनूपपुर। इंदिरागांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय लालपुर अमरकंटक में पदस्थ प्रोफेसर राकेश सिंह द्वारा वर्ष २०२० में अपने ही विवि की शोधरत छात्रा को पत्नी बनाने के झांसे में लेकर किए गए बलात्कार के मामले में पीडि़त द्वारा शहडोल महिला थाने में दर्ज कराई गई शिकायत और दर्ज मामले के बाद अब विवि प्रशासन ने भी गम्भीरता दिखाते हुए प्रो. राकेश सिंह को सभी प्रशासनिक पदों एवं दायित्वों से मुक्त कर दिया है। विवि प्रशासन ने प्रोफेसर के सभी विभागीय इमेल आईडी, मेल सहित अन्य जरूरी सोशल साइड के उपयोग पर रोक लगा दी है। बताया जाता है कि प्रो. राकेश सिंह आइजीएनटीयू में ४-५ विभागों के प्रमुख होने के साथ साथ आधा दर्जन से अधिक कमेटियों के भी प्रमुख थे। जिनसे अब यह सभी जिम्मेदारियों को छींन लिया गया है। पुलिस सूत्रों की माने तो इस मामले में पुलिस जल्द ही प्रोफेसर राकेश सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने तैयारी में है। विदित हो कि छात्रा ने इस मामले में ५ अक्टूबर को शहडोल महिला थाना में शिकायत दर्ज कराई गई है। जिसमें छात्रा ने ११ बिन्दूओं को शामिल करते हुए आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। इस मामले में शहडोल महिला थाना ने १४ अक्टूबर को मामला दर्ज किया था। जिसके बाद अब विवि प्रशासन ने कार्रवाई की है। बॉक्स: क्या था मामला पीएचडी कर रही छात्रा ने शिकायत में बताया था कि मार्च 2020 में जब कोरोना महामारी को लेकर लॉकडाउन शुरू हुआ तब मेरे ही कॉलेज के प्रोफेसर मेरे रूम में आए और सामान्य बातचीत करते हुए मेरे साथ मेरी इच्छा के विरूद्ध मेरे साथ दुष्कर्म किया। जहां मेरे विरोध किया गया तो उन्होने मुझे अपनी पत्नी बनाकर रखने की बात कही गई थी। घटना की सूचना पति से सांझा करने पर पति ने विवाद करते हुए अनूपपुर न्यायालय में तलाक दे दिया। उसके बाद से प्रोफेसर ने अमरकंटक स्थित होटल में भी सम्बंध बनाए और विवि के साथ प्रोफेसरों के बीच मुझे पत्नी का दर्जा दिए जाने की बात कह परिचय कराया। [typography_font:18pt;” >——————————————————–