अनूपपुर। कोतमा वनपरिक्षेत्र के टांकी स्थित महानीम कुंडी में २२ दिनों से डेरा जमाए ४२ हाथियों का झुंड तीन दिन छत्तीसगढ़ के मारवाही की ओर रूख किया, जहां तीन दिन बाद पुन: कोतमा सीमा के भीतर प्रवेश किया है। यहां हाथियों का झुंड सीमा से २-३ किलोमीटर की सीमावर्ती क्षेत्र में ही अपना डेरा जमाए हैं। वहीं हाथियों के पुन: वापसी के बाद वनविभाग की नींद उड़ गई है। अधिकारियों ने आनन फानन में कोतमा, बिजुरी रेंज के अधिकारियों के अलर्ट जारी करते हुए गश्त बनाए रखने और उसके मूवमेंट पर निगरानी के निर्देश दिए हैं। वन उपमंडलाधिकारी ने बताया कि मारवाही वनपरिक्षेत्र में जहां हाथियों ने डेरा जमाया था, उसके आसपास पानी और आहार की कमी थी। जबकि टांकी क्षेत्र में पानी और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में फसल होने के कारण हाथियों को पानी और आहार पर्याप्त मात्रा में मिल जाया करती है। जिसे देखते हुए हाथियों ने दो-तीन सीमापार वनपरिक्षेत्र में समय व्यतीत कर पुन: कोतमा वनक्षेत्र में वापस लौट आए हैं। वहंी अधिकारियों ने बताया कि अब हाथी १०-१५ दिन बाद ही वापसी करेंगे। [typography_font:18pt;” >—————————————————