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अनूपपुर

बिजली की ट्रिपिंग से बेहाल शहरी और ग्रामीण क्षेत्र, बिजली कर्मचारी रातभर ढूढते रहे फॉल्ट

प्रबंध संचालक के निर्देश बेअसर, दूसरे दिन फीडर मेंटनेंस में 6 घंटे रही गायब

अनूपपुरJul 05, 2020 / 08:39 pm

Rajan Kumar Gupta

Urban and rural areas suffering from electricity tripping, electricity

बिजली की ट्रिपिंग से बेहाल शहरी और ग्रामीण क्षेत्र, बिजली कर्मचारी रातभर ढूढते रहे फॉल्ट

अनूपपुर। दो दिन पूर्व मप्रपूक्षेविवि कं. लिमिटेड के प्रबंध संचालक वी किरण गोपाल द्वारा विद्युत ट्रिपिंग को लेकर जताई गई नाराजगी और उनमें सुधार के दिए निर्देश दो दिन बाद ही बेअसर हो गए हैं। शनिवार को अनूपपुर नगर सहित आसपास के ५२ गांव बिजली की आंख मिचौली से त्रस्त रहा। जबकि रविवार की सुबह विभाग ने फीडर मेंटनेंस के नाम पर ६ घंटे बिजली की घोषित कटौती कर डाली। दोपहर बाद शाम को जोरदार बारिश के सिलसिला आरम्भ होने पर एक बार फिर बिजली कुछ समय के लिए गुल हो चली। हालांकि यह अव्यवस्था अनूपपुर उपकेन्द्र के लिए नया नहीं है। बावजूद न तो प्रशासनिक अधिकारी और ना ही विभागीय अधिकारी कभी गम्भीर हुए। शनिवार ४ जुलाई की सुबह जोरदार हुई बारिश के उपरांत दिनभर बिजली की अघोषित कटौती बनी रही। शाम से शहर की सडक़ें और वार्डो में अंधेरा पसरा रहा। वहंीं ग्रामीण क्षेत्रों में घोर अंधियारे जैसा माहौल बना रहा। बिजली के आने और गुल होने का खेल प्रति दस मिनट के अंतराल लगातार जारी रहा। जानकारी में अधिकारियों ने फॉल्ट की जानकारी दी, जिसमें तत्काल सुधार होने की बात कही। लेकिन हालात यह बने कि नागरिकों को रात के समय भी राहत नहीं मिली। दरअसल बारिश के दौरान तेज हवाओं में शहरी क्षेत्र की बिजली अचानक ट्रिप हुई थी। जिसके बाद विद्युत लाइन में फॉल्ट बन आया। बिजली विभाग के पदाधिकारी और कर्मचारी फॉल्ट को ढूढने हाथ पाव मारते रहे। लेकिन एक लाइन की सुधार के बाद दूसरे लाइन में फॉल्ट बनते बिगड़ते का सिलसिला जारी रहा। जिसे ढूढने में अधिकारी कर्मचारी हाथ पांव मारते रहे। वहीं रविवार ५ जुलाई को ६ घंटे के लिए शहर और ग्रामीण क्षेत्र ब्लैक आउट रहा।
बॉक्स: ३.२५ करोड़ का नवीन उपकेन्द्र बना शोपीस
फॉल्ट की समस्या से बचने ३.२५ करोड़ की लागत से तैयार नवीन उपकेन्द्र पिछले एक साल से शोपीस बनकर रह गया है। यहां से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लिए अलग अलग लाइन गुजारने थे। साथ ही शहरी क्षेत्र में बिजली की कटौती में दो उपकेन्द्रों के माध्यम से निर्बाध आपूर्ति बनाए रखना था। लेकिन नवीन उपकेन्द्र का सालभर बाद भी संचालन नहीं हो सका है।
बॉक्स: प्रबंध संचालक के निर्देश हो गए बेअसर:
जिले की बदहाल विद्युत व्यवस्थाओं को लेकर १ जुलाई को प्रबंध संचालक मप्रपूक्षेविवि वी किरण गोपाल ने कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा की थी। जहां अनप्लांड ट्रिपिंग पर नाराजगी व्यक्त करते हुए समस्याओं को चिह्नांकित करते हुए तत्काल सुधार के निर्देश दिए थे। इस दौरान सभी जेई को यह निर्देशित किया था कि सप्ताह में कम से कम 2 बार सम्बंधित सब स्टेशन का भ्रमण करेंगे। प्री-मानसून मेंटनेंस की समीक्षा करते हुए डीटीआर मेंटनेंस कार्य की प्रगति पर असंतोष व्यक्त किया और जल्द ही बचा हुआ मेंटनेंस कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए थे। लेकिन उनके जाते ही शहर की बिजली व्यवस्था पुरानी पटरी पर दौडऩे लगी।
वर्सन:
रात के समय फॉल्ट को ढूढकर सुधार कर दिया गया था। कुछ स्थानों पर तार के पेड़ से सटे होने के कारण यह स्थिति बनती है। आज फीडर शिफ्टिंग सहित अन्य कार्य कराए गए हैं, जिसमें सूचना देकर कटौती की गई थी।
दिनेश कुमार तिवारी, एई बिजली विभाग अनूपपुर।
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