वहीं इन भीगी हुई बोरियों का जानवर अनाज खाते नजर आए। समिति प्रबंधक खूबसिंह और अरविंद दीक्षित का कहना है कि हमने अधिकारियों को बार-बार ट्रक भेजने के लिए कहा था, साथ ही बारिश से नुकसान की आशंका भी जताई थी, लेकिन ट्रक न आने से बोरियां भीग गईं। हालांकि
शाम के समय खरीदी केंद्रों पर कर्मचारी भीगे अनाज को ही जमा कराने के लिए ट्रकों में लोड करते नजर आए।
मोती मोहल्ला में 100 पुराने बरगद के पेड़ की डाली तेज हवा से लटक कर सीताराम पाल के कच्चे घर के ऊपर रखी हो गई थी। शुक्रवार को आंधी चलने से डाली टूटने से घर की फर्सियां टूट गई, इससे लोग तो बच गए, लेकिन अब खतरे की आशंका दिखने लगी है। वहीं रास्ता होने से लोगों में भी इस डाली के रास्ते में गिरने की आशंका है, इससे वहां से निकलते समय लोगों में डर सता रहा है।
गोदामों का होगा सत्यापन
अशोकनगर. कलेक्टर द्वारा गोदामों के सत्यापन के निर्देश दिए गए हैं। इसकी जिम्मेदारी सभी एसडीएम को दी गईहै। इसके तहत लायसेंसधारी मंडी के व्यापारियों के चना, मसूर एवं सरसों के स्टॉक का सत्यापन किया जाएगा। साथ ही मंडियों में भी स्टाक का सत्यापन होगा। प्रतिदिन शाम को ५ बजे तक रिपोर्टप्रस्तुत करनी होगी।
अशोकनगर. कलेक्टर डॉ. मंजू शर्मा ने चना, सरसों एवं मसूर के उपार्जन की उचित व्यवस्था के लिए अधिकारियों की नियुक्ति की है। ये अधिकारी खरीदी की सतत निगरानी करेंगे। जिले में किसानों के हित का यदि किसी भी स्तर पर अन्य व्यवसायी अथवा अनियमित गुणवत्ता का उपार्जन किया जा रहा है तो संबंधित दोषी माना जाएगा।उसके विरुद्ध ठोस एवं सख्त कार्रवाई करने के लिए कलेक्ट्रेट को रिपोर्ट पेश करेंगे।