स्वास्थ्य व फ्रंटलाइन कर्मचारियों के लिए 10 जनवरी से वैक्सीन का प्रीकॉशन डोज लगना शुरू हो गया, लेकिन अब तक 8 0 फीसदी स्वास्थ्य कर्मचारियों और 72.6 फीसदी फ्रंटलाइन कर्मचारियों ने ही प्रिकॉशन डोज लिया है। वहीं प्रीकॉशन डोज लेने वालों में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों की संख्या अभी एक हजार भी नहीं हो पाई है। हालांकि किशोरों में वैक्सीन के प्रति उत्साह दिखा और 53592 किशोरों में से अब तक 50737 किशोन वैक्सीन का पहला डोज लगवा चुके हैं, जो कुल लक्ष्य की तुलना में 94.7 प्रतिशत है। अभी 28 55 किशोर वैक्सीन लगवाने के लिए शेष हैं।
हालत खराब होने से बचा रही वैक्सीन डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना की पहली व दूसरी लहर की तुलना में तीसरी लहर में संक्रमण ज्यादा फैल रहा है। लेकिन वैक्सीन का ही यह असर है कि जिले में कुछ दिनों में ही इतनी बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं, लेकिन इनमें कोई भी गंभीर स्थिति में अब तक नहीं मिला है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.बीएस जम्होरिया जिन लोगों ने पहला या दूसरा डोज नहीं लगवाया है, वह तुरंत वैक्सीन लगवाएं। साथ ही प्रिकॉशन डोज का मैसेज आते ही टीकाकरण केंद्र पर पहुंचें।
यह भी खास -2874 में से 2298 स्वास्थ्य कर्मचारियों और 2517 में से 1828 फ्रंटलाइन कर्मचारियों ने ही अब तक प्रिकॉशन डोज लगवाया है।
– टीकाकरण अधिकारी के मुताबिक सभी विभागों से प्रमाणीकरण मांगे जा रहे हैं कि उनके यहां सभी ने प्रिकॉशन डोज लगवा लिया।
– जिले में 14 हजार लोग अभी भी पहले डोज से वंचित है, टीकाकरण अधिकारी का कहना है कि उन्हें ढूंढा जा रहा है।
– जिले में अब तक 6.26 लाख को पहला व 5.56 लाख लोगों को दूसरा डोज और 5013 को प्रिकॉशन डोज लग चुका है।
फिर मिले 38 कोरोना पॉजिटिव सीएमएचओ डॉ.नीरजकुमार छारी के मुताबिक जिले में रविवार रात को आई रिपोर्ट में 38 पॉजिटिव मरीज मिले हैं। वहीं 17 लोग स्वस्थ भी हुए हैं। संक्रमण के साथ अब स्वस्थ होने की दर भी बढऩे लगी है। पिछले 17 दिन में जिले में 491 पॉजिटिव मिल चुके हैं और इनमें 464 लोग पिछले 11 दिन में ही संक्रमित मिले। जिले में अब एक्टिव केस 422 हो गए हैं।