रविवार को बिलाला मिल रोड स्थित अरिहंत पैथोलॉजी पर तहसीलदार इशरार खान एवं सीएमएचओ आरके त्रिवेदी सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापामार कार्रवाई की। जिसमें पैथोलॉजी संचालक पर विभिन्न अनियमितताएं मिली और पैथोलॉजी का रजिस्ट्रेशन भी नहीं बताया गया।
वही ईसागढ़ रोड पर स्थित श्रीराम पैथोलॉजी पर संचालकों द्वारा डीएमएलटी डिप्लोमा बताया गया लेकिन पैथोलॉजी का रजिस्टे्रशन नही मिला। दोनों पैथोलॉजी पर कार्यवाही के दौरान कुछ मरीजों की जांच रिपोर्ट मिली है जो वरिष्ठ चिकित्सक द्वारा जारी की जाती है जो पैथोलॉजिस्ट चिकित्सक द्वारा जारी नही की गई है जिन्हे प्रशासन ने जब्त कर जांच में लिया है।
तहसीलदार ने बताया कि दोनों ही पैथोलॉजी सीएमएचओ कार्यालय में रजिस्ट्रड नही है तथा जांच रिपोर्ट जारी करने वाले चिकित्सक का नाम भी रिपोर्ट में नजर नहीं आया है। उन्होंने बताया कि 7 दिन में रजिस्टे्रशन प्रस्तुत करने का नोटिस दिया जा रहा है यदि रजिस्ट्रेशन नही दे पाए तो पैथोलॉजी बंद करा दी जाएगीं।
दुकान में लगा था ताला अंदर मौजूद मिला संचालक
प्रशासन की टीम जब ईसागढ़ रोड स्थित श्रीराम पैथोलॉजी पर पहुंची तो कार्रवाई की भनक लगते ही पैथोलॉजी संचालक पैथोलॉजी में ताला लगा दिया था। जिसके बाद कर्मचारी जेब में चाबी रखकर घूम रहा था। जिसके बाद तहसीलदार ने कर्मचारी को बुलाकर पैथोलॉजी खोलने के लिए कहा तो कर्मचारी ने मना कर दिया।
तहसीलदार ने पैथोलॉजी संचालक से मोबाइल पर बात की तो पता चला कि चाबी कर्मचारी के जेब में रखी है। इसके बाद तहसीलदार ने कर्मचारी की जेब से चाबी निकालकर पैथोलॉजी के ताले खुलवाए और पैथोलॉजी संचालक अंदर ही मौजूद मिला।
प्रशासन की टीम ने कार्यवाही करते हुए पंचनामा बनाया। इस दौरान पैथोलॉजी संचालक ने तहसीदार से कहा कि उसपर कार्रवाई की जा रही है तो शहर में चल रही अन्य पैथोलॉजी पर भी कार्रवाई होना चाहिए।