कबड्डी के माध्यम से सिख समाज ने दी युवाओं को नशा छोडऩे की सीख
तीन दिवसीय मेले का आयोजन मनाया जन्म उत्सव,
कबड्डी के माध्यम से सिख समाज ने दी युवाओं को नशा छोडऩे की सीख
अशोकनगर. नशे के बढ़ते चलन को देखते हुए सिख समाज ने कबड्डी के माध्यम से युवाओं को नशा छोडऩे की सीख दी। कबड्डी प्रतियोगिता कराकर युवाओं को बताया गया कि यदि युवा नशा करेंगे तो वह इस तरह की कबड्डी और कुश्ती प्रतियोगिताओं लायक नहीं रहेंगे। इसलिए युवाओं को नशा छोड़कर कबड्डी और कुश्ती प्रतियोगिताओं के लिए प्रेरित होना चाहिए, ताकि युवा स्वस्थ और बलशाली रहें।
मौका था संत बाबा दीपसिंहजी के जन्म उत्सव का। ईसागढ़ रोड के इमला स्थित गुरुद्वारा में संत बाबा के जन्म उत्सव पर तीन दिवसीय मेले का आयोजन किया गया। साथ ही अखंड पाठ का आयोजन किया गया। जिसमें आसपास के सिख समाज की संगतें भी शामिल हुईं। रविवार को मेले का समापन हुआ, जिसमें संत बाबा हाकमसिंहजी शामिल हुए और सैंकड़ों की संख्या में समाज के महिला-पुरुष पहुंचे। जहां पर युवाओं को नशा छोडऩे का संदेश दिया गया। वहीं राजस्थान, शिवपुरी सहित आसपास के क्षेत्रों से करीब आधा दर्जन कबड्डी की टीमें आईं और गुरुद्वारा के पास कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सिख समाज युवाओं को नशा छोडऩे के लिए प्रेरित करने हर साल संत बाबा दीपसिंहजी के जन्म उत्सव पर कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन करता है।
मेले में सजी दुकानें, जमकर हुई खरीदी-
तीन दिवसीय इस मेले में विभिन्न सामानों की दुकानें भी सजीं, समाज के महिला-पुरुषों ने दुकानों से जमकर खरीदारी की। साथ ही मेले के समापन के दौरान अटूट लंगर का आयोजन किया गया। जिसमें समाज सहित आसपास के क्षेत्र के हजारों लोग शामिल हुए।
Home / Ashoknagar / कबड्डी के माध्यम से सिख समाज ने दी युवाओं को नशा छोडऩे की सीख