योजना के तहत 22 फरवरी से किसानों के ऋण खातों में राशि जमा होने का काम शुरू होना था। अधिकारियों के मुताबिक जिले के 4002 किसानों की सूची भेजी गई है, जिनका छह करोड़ 88 लाख रुपए का कर्ज ऋणमाफी के दायरे में है, इससे इन 4002 किसानों का ऋण माफ करने के लिए राशि की डिमांड भेजी गई है।
हालांकि अधिकारियों का कहना है कि ऋण खातों में राशि डालने का काम भोपाल स्तर से होगा, लेकिन पहले दिन किसी भी किसान के ऋण खाते में ऋणमाफी की राशि जमा नहीं हुई। कलेक्टर डॉ.मंजू शर्मा के मुताबिक ऋणमाफी का काम चल रहा है और कल भी किसानों की सूची भेजी जाएगी, इससे इससे ऋणमाफी वाले किसानों की संख्या बढ़ जाएगी।
सम्मेलनों के माध्यम से बांटे जाएंगे प्रमाण पत्र-
जिले में 25 फरवरी से 28 फरवरी तक किसान सम्मेलनों का आयोजन किया जाएगा और इन सम्मेलनों में किसानों की आपत्तियों, जिज्ञासाओं के समाधान के लिए अलग से काउंटर लगाए जाएंगे। साथ ही सम्मेलनों में ही फसल ऋणमाफी योजना के पात्र किसानों को किसान सम्मान पत्र और ऋणमाफी के प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे।
25 फरवरी को किसान सम्मेलन नया बस स्टैंड प्रांगण चंदेरी में, सामुदायिक भवन मुंगावली में और तहसील प्रांगण शाढ़ौरा में होगा। 26 फरवरी को तहसील प्रांगण नईसराय, मंडी प्रांगण पिपरई में होंगे में संबंधित विधायकों की अध्यक्षता में होंगे। 27 फरवरी को मंडी प्रांगण अशोकनगर में सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की अध्यक्षता में और 28 फरवरी को मंडी ईसागढ़ में प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में होगा।
गुलाबी आवेदनों का बाद में होगा निराकरण-
सफेद और हरे रंग की सूचियों में नाम न होने या ऋण राशि में त्रुटि होने सहित अन्य आपत्तियों की वजह से जिन किसानों ने गुलाबी रंग के आवेदन फार्म जमा किए थे। उन आवेदनों का निराकरण कुछ दिन बाद होगा और निराकरण के बाद ही उन किसानों को लाभ दिया जाएगा।