मामला राजपुर कस्बे में रविवार सुबह करीब सात बजे का है। प्रशासन ने मकान तोडऩे से पहले पठार स्थित सर्वे नंबर 503 पर बने मकानों को खाली करने की हिदायत दी थी, इससे 22 वर्षीय रफीक पुत्र हबीब खां घर से सामान बाहर निकाल रहा था, तभी बिजली की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई। शव को पीएम के लिए लाया गया। बाद में प्रशासन ने उसके मकान को जेसीबी से तोड़ दिया। मृतक के पिता हबीब खां ने जिला अस्पताल में रोते-बिलखते हुए बताया कि उसके बेटे की दो दिन पहले ही सगाई हुई थी और उन्होंने लड़की पक्ष को घर देखने के लिए आमंत्रित किया था। लेकिन अब घर टूट जाने से सिर छिपाने के लिए छत तो छिन ही गई, वहंी अंतिम संस्कार से पहले मृत बेटे का शव रखने के लिए भी उनके पास जगह नहीं बची।
कस्बे के पठार क्षेत्र में सरकारी जमीन पर बने 54 मकानों में से 23 अतिक्रमण तो कुछ दिन पूर्व हटा दिए गए थे और रविवार को प्रशासन ने शेष 31 मकानों को तोड़ा। जहां रविवार को सुबह तक एक से दो मंजिला मकान बने हुए थे, लेकिन सुबह 9 बजे से शुरू हुई तोडफ़ोड़ के बाद दोपहर डेढ़ बजे तक मकान पूरी तरह से मलबे के ढ़ेरों में तब्दील हो गए। वर्षों से बने आशियानों को अपनी ही आंखों के सामने ढ़हता देखकर महिलाएं और बच्चे रोते-बिलखते रहे। वहीं मोहल्ले में बने रामजानकी मंदिर की दुकानों को भी प्रशासन ने पूरी तरह से तोड़ दिया है, इससे मंदिर भी क्षतिग्रस्त हो गया। इससे रविवार को मंदिर की पूजा भी नहीं हो सकी। वहीं पूर्व में हटाए गए अतिक्रमणों को भी रविवार को जमींदोज कर दिया गया।
नहीं बना खाना, सड़क किनारे पड़ी गृहस्थी मकान टूट जाने के बाद कस्बे के 70 परिवारों के पास सिर छिपाने का संकट खड़ा हो गया। कस्बे में दिनभर खाना तो किसी के भी घर में नहीं बन सका, तो वहीं यह परिवार बच्चों के साथ सड़क किनारे और खेतों में धूप के बीच गृहस्थी रखे हुए बैठे रहे। कोई पेड़ की छांव में खड़ा होकर धूप से बचने का प्रयास करता दिखा तो कोई अपने गृहस्थी के सामान में बांस बांधकर कपड़ों से छांव करने का प्रयास करता दिखा। इस कार्रवाई और युवक की मौत के बाद पूरे गांव में मातम का माहौल बना हुआ है।
इनका कहना है हाईकोर्ट के आदेशानुसार पूरे अतिक्रमण तोड़ दिए गए हैं। जनपद पंचायत को निर्देशित किया है कि जिनके पास रहने और खाने-पीने की व्यवस्था नहीं है, जनपद पंचायत व्यवस्था करेगी। कार्रवाई से पहले ही युवक की करंट से मौत हो गई, बिजली विभाग से जो भी सहायता का प्रावधान होगा वह दिलाया जाएगा।
नीलेश शर्मा, एसडीएम अशोकनगर