10 मार्च को कांग्रेस के मुंगावली विधायक बृजेंद्रसिंह यादव और अशोकनगर विधायक जजपालसिंह जज्जी ने पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। विधानसभा अध्यक्ष ने दोनों ही विधायकों के इस्तीफा स्वीकार कर लिए। इनकी सदस्यता खत्म होने के बाद अब दोनों सीटों पर उपचुनाव होने की चर्चा शुरू हो गई। लोग प्रदेश के सत्ता परिवर्तन की चर्चा के साथ दोनों विधानसभा सीटों के बारे में भी चर्चा करते दिखे। पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के साथ ही जिले में भी कांग्रेस के कई पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा दे दिया, जिनमें से कई पदाधिकारी भाजपा में शामिल होने की बात कह रहे हैं। इससे अब जिले में राजनीतिक समीकरण पूरी तरह से बदल जाएंगे।
अब मप्र विधानसभा की ओर से इन सीटों को रिक्त घोषित करने के बाद यह जानकारी राज्य निर्वाचन आयोग को जानकारी भेजी जाएगी। इसके बाद ही उपचुनाव का कार्यक्रम तय होगा। इससे विधानसभा सीट बनने से अब तक मुंगावली में दूसरी बार और अशोकनगर में पहली बार उपचुनाव होगा। इससे पहले 2018 में मुंगावली में उपचुनाव हुआ था और अब विधायक के इस्तीफे के बाद फिर से उपचुनाव होगा।
सत्ता परिवर्तन की खुशी में थिरके भाजपाई मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल को इस्तीफा दिया, तो भाजपा में सत्ता परिवर्तन की उम्मीद जागी और कार्यकर्ताओं ने खुशी मनाई। शहर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क पर आतिशबाजी की और ढोल- नगाड़ों के साथ जश्न मनाया। इस दौरान कार्यकर्ता मास्क लगाकर जमकर थिरके। साथ ही मिठाई खिलाकर बधाई दी और शहर में रैली भी निकाली।