मुख्यमंत्री के लाइव कार्यक्रम में खाली पड़ी रही कुर्सियां, कई कंपनियों की स्टॉल भी रहे खाली
सुबह 11 बजे से आयोजित रोजगार मेले में दोपहर तक सात कंपनियों के स्टॉल खाली पड़े रहे। कुछ स्टॉलों पर तो बच्चे बैठे रहे। रोजगार मेले में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण भी किया गया, लेकिन कार्यक्रम में ज्यादातर कुर्सियां खाली पड़ी रहीं। कार्यक्रम में जिपं सीईओ बीएस जाटव, एसीईओ विशालसिंह, जिला उद्योग केंद्र महाप्रबंधक पीके इंदौरी, एनआरएलएम परियोजना प्रबंधक मुकेश शिंदे व भाजपा जिलाध्यक्ष उमेश रघुवंशी मौजूद थे।
चयनित युवा भी तलाश रहे रोजगार
इस रोजगार मेले में कई ऐसे बेरोजगार युवा भी मिले, जिन्हें एक साल पहले आयोजित मेले में कंपनियों ने चयनित कर लिया था। साथ ही इनसे कहा गया था कि जल्दी ही कंपनी जॉब ऑफर लेटर पहुंचा देगी, या फिर कंपनी फोन लगाकर बुलाएगी, लेकिन एक साल बाद भी उन्हें न तो ऑफर लेटर मिले और न हीं कंपनियों ने उनसे संपर्क किया। इससे यह युवा भी इस रोजगार मेले में रोजगार की उम्मीद लेकर पहुंचे।
बेरोजगारों ने बताई चयन की हकीकत
-पिछले साल रोजगार मेले में आवेदन किया था, जहां कंपनी ने मुझे चयनित किया था, लेकिन एक साल बाद भी कंपनी का फोन नहीं आया, इससे फिर से रोजगार की उम्मीद में आया हूं। -सौरभ यादव, निवासी बमूरिया
-एक साल पहले रोजगार मेले में चयन हो गया था। कंपनी का फोन आया और रुपयों की मांग की। कहा-नौकरी करना है तो हमारे प्रोडक्ट खरीदो। तीन साल से मेलों में आ रहा हूं, रोजगार नहीं मिला। -बंधु जाटव, निवासी छीरखेड़ा
-एक साल पहले कॉलेज परिसर में ही हुए रोजगार मेले में कंपनी ने काउंटर पर आवेदन व दस्तावेज जमा करा लिए थे। फोन करके बुलाने के लिए कहा था, अब तक फोन नहीं किया। -लालूप्रसाद बघेल, राजेबामौरा
रोजगार मेले में खास
कलेक्टर ने स्टॉलों का निरीक्षण कर कहा- युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
भाजपा नेता भी पहुंचे।
लोगों का कहना है कि प्रशासन को यह जानकारी लेना चाहिए कि युवाओं को रोजगार मिला भी है या नहीं।