इससे ग्रामीण दिनभर सामान के साथ सड़क पर बैठे रहे। वहीं जमाखेड़ी तालाब तेज पानी आने से एक दिन में 90 फीसदी भर गया और तालाब की वेस्टवियर भी क्षतिग्रस्त हो गई, इससे अब वेस्टवियर के ढ़हने की आशंका नजर आ रही है।
रात के समय हुई तेज बारिश के बाद बुधवार को दिनभर बारिश जारी रही। इससे ओर नदी उफान पर आ गई और दोपहर दो बजे पुल के ऊपर आठ फिट पानी हो गया। वहीं नाले का पानी आधी रात से घरों में भरना शुरू हो गया। इससे सुबह से लोग घर छोड़कर सामान के साथ सड़क पर बैठे रहे। वहीं गांव में हैण्डपंप भी डूब गए और लोगों के कच्चे घर पानी भरने से गल गए और मोटी दरारें आ गईं, इससे अब इन घरों के धरासाई होने की आशंका बनी हुई है।
वहीं शहर की नहर कॉलोनी में नालों का पानी करीब एक दर्जन घरों में भर गया। इससे लोग दिनभर गृहस्थी बचाने में लगे रहे। दोपहर में नपा की जेसीबी ने खुदाई करके पानी की निकासी का रास्ता बनाया, तब घरों से पानी निकला।
एक फिट से अधिक पानी भरा रहा
पार्षदपति ज्ञानसिंह राजपूत ने बताया कि कॉलोनी में दो नाले हैं जो आपस में जुड़ नहीं पा रहे हैं, निकासी की व्यवस्था भी नहीं है। इससे नालों का पानी घरों में भर गया। इसके अलावा शहर के आजाद मोहल्ला, कटरा मोहल्ला, माता मंदिर रोड और जेल के पास सहित शहर के कई मोहल्लों में सड़कों व गलियों में एक फिट से अधिक पानी भरा रहा।
पानी से घिरे दो सरकारी स्कूल, नहीं पहुंचे छात्र-
सड़क बनाने के दौरान पानी निकासी के लिए पाइप न डालने से अमरोद गांव में बारिश का पानी दो स्कूलों में भर गया, इससे स्कूल पानी से घिर गए। इससे बच्चे स्कूल नहीं पहुंचे और शिक्षक भी गायब रहे। वहीं मिडिल स्कूल के सिर्फ एक शिक्षक वसीर खान मौजूद थे। स्कूल में खिड़कियों से पानी भरता रहा और पूरी बिल्डिंग में सीलन हो गई, साथ ही टाटफट्टी भी गीली हो गई।
ढ़ही तो पांच गांव में भर जाएगा पानी-
क्षेत्र के मढख़ेड़ा गांव के पास स्थित जमाखेड़ी तालाब में सोमवार तक सिर्फ पांच फीसदी पानी था, बुधवार को हुई तेज बारिश से तालाब 90 फीसदी भर गया। वहीं वेस्टवियर भी टूटकर गिर गई और तालाब में पानी भरना जारी है, ग्रामीणों का कहना है कि तालाब सिर्फ एक फिट ही खाली बचा है और अब वेस्टवियर के ढ़हने की आशंका बनी हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि वेस्टवियर ढ़ही तो नारायणपुर, बरखेड़ा हेमराज, सलमाई और पिपनावदा सहित पांच गांव प्रभावित होंगे, साथ ही सैंकड़ों बीघा की फसल बर्बाद हो जाएगी। वहीं गांव की करीब 100 बीघा जमीन पानी में डूबी हुई है। जानकारी मिलने पर पटवारी और सिचाई विभाग के अधिकारी निरीक्षण करने पहुंचे।
हर सेकेंड पहुंच रहा 20.82 लाख लीटर पानी-
क्षेत्र के नदी नालों में आए उफान से बेतवा नदी भी सुबह से उफान पर आ गई। इससे राजघाट बांध का जलस्तर बढ़कर 365.85 मीटर पहुंच गया, 77.66 टीएमसी भराव क्षमता के इस बांध में शाम छह बजे तक 43.33 टीएमसी पानी आ गया, जो कुल भराव क्षमता का 55.45 प्रतिशत है। बेतवा रिवर बोर्ड के मुताबिक बेतवा नदी के उफान पर आने से राजघाट बांध में अब 73555 क्यूसेक (यानी 20.82 लाख लीटर प्रति सेकेंड) पानी पहुंच रहा है, यही स्पीड रही तो दो-तीन दिन में बांध के गेट खोलना पड़ेंगे।
बारिश से जिले में यह भी रहे हालात-
– 29 फिट भराव क्षमता का कोंचा बांध 24.8 फिट, 30 फिट क्षमता का मोला बांध 11.5 फिट, साढ़े 22 फिट क्षमता का अमाही तालाब 15.8 फिट भर चुका है, वहीं अन्य तालाबों में भी पानी पहुंचा है।
– मंगलवार शाम से शुरु होकर बुधवार शाम तक जारी रही बारिश से नदी-नाले उफान पर आ गए और पिपरई रोड, चंदेरी रोड पर आवाजाही बंद रही। वहीं गांव के कई रास्ते भी दिनभर बंद रहे।
– तेज बारिश से जिले में हजारों बीघा जमीन में पानी भर गया, इससे उड़द-सोयाबीन की फसल पानी में डूब गई। इससे किसान पानी निकासी का प्रयास करते नजर आए।
– तहसील कार्यालय, एसएएफ परिसर, जनपद कार्यालय प्रांगण में पानी भर गया, इससे इन ऑफिसों में जाने लोगों को पानी में से होकर निकलना पड़ा। वहीं न्यायाधीश कॉलोनी में भी पानी भर गया।
जिले में अब तक की बारिश पर नजर-
ब्लॉक 7 अगस्त अब तक
अशोकनगर 31 482
चंदेरी 42 512
ईसागढ़ 5 407
मुंगावली 30 481
औसत जिला 27 470.50
(बारिश मिमी में।)