जिले में बड़े स्तर पर मुंगावली शहरी क्षेत्र में कार्डों में दिख रही है। अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि वार्ड क्रमांक 11 के हेमराज नामदेव के पिता का नाम रामचंद्र नामदेव है, लेकिन संबल योजना के कार्ड में पिता का नाम एवाज खान दर्ज है। वहीं मुंगावली के ही दिनेश रजक का नाम दिनेश रजाक लिखा हुआ है और उनके पिता के नाम की जगह अब्दुल रहमान दर्ज है। जबकि दिनेश के पिता का नाम छोटेलाल रजक है। यह सिर्फ दो या तीन कार्डों की बात नहीं, लोगों की मानें तो मुंगावली शहर के 90 फीसदी कार्डों में इसी तरह से पिता और जाति-धर्म बदलकर दर्ज कर दिया गया है। लोगों का कहना है कि शुरुआत में पिता का गलत नाम दर्ज देख गुस्सा आया, लेकिन बाद में जब ज्यादातर लोगों के कार्डों में यही गलतियां दिखीं तो मामला मजाक बन गया है और लोग अब श्रमिकों को कार्ड में दर्ज गलत नाम से पुकारकर मजाक उड़ाने लगे हैं।
सीएमओ ने बताया टेक्नीकल फॉल्ट
सीएमओ सतीष मटसेनिया ने कार्डों में आ रही इस गलती को टेक्नीकल फॉल्ट बताया है। उनका कहना है कि शहर के करीब 10 प्रतिशत कार्डों में ऐसी गलतियां मिल रही हैं। जबकि हमारे पास हार्ड कॉपी है और उनमें सही नाम दर्ज हैं। हो सकता है कि सॉफ्टवेयर की गलती से यह गड़बड़ी हुई है। उनका कहना है कि इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ से बात हो चुकी है और उन्होंने कार्डों को सुधरवाने की बात कही है। इससे अब गलत दर्ज कार्डों को सुधरवाने के लिए लोगों से इकट्ठा किया जा रहा है।