जिला अस्पताल में भर्ती कैदी रोहित जैन पुत्र लख्मी चंद जैन और महेंद्र कुशवाहा पुत्र बादाम कुशवाह का आरोप है कि शाम को खाना के बाद जेल अधीक्षक आरआर आर सिंह और जेलर एमए सिद्दीकी ने उन्हें अपने चेंबर में बुलाया और कोरे कागज पर हस्ताक्षर करने का दबाव बनाया कैदियों का आरोप है कि जब उन्होंने कोरे कागज पर हस्ताक्षर करने से मना किया, तो जेल अधीक्षक, जेलर, आरक्षक योगेंद्र व भारती ने लाठियों से मारपीट की और कांच के गेट में सिर मार दिया। इससे गंभीर चोट लग गई। सूचना मिलने पर जिला अस्पताल पहुंचे परिजनों ने हंगामा किया, इससे जिला अस्पताल में भारी पुलिस बल तैनात किया गया। जिसके बाद के हालातों पर बड़ी ही मुश्किल से काबू पाया गया।
अस्पताल में हुआ हंगामा
दोनों कैदियों को अस्पताल में एडमिट करवाने पर उनके परिवार के सभी लोग भी वहां आ पहुंचे और वहां पर उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। जिसे अस्पताल प्रबंधन द्वारा बहुत ही मुश्किल से संभाला गया। दोनों परिवारों के लोग अपने परिवार के सदस्य के लिए चिंतित थे। इसलिए वे बार बार न्याय की बात कर रहे थे।
पिता बोला कब तक दूं पैसे-
जेल में बंद कैदी रोहित जैन के पिता लख्मीचंद का आरोप है कि जेल प्रबंधन द्वारा उनसे पैसों की मांग की जा रही थी और लगातार 15 दिन से उनको उनके बेटे से मिलने नहीं दिया जा रहा था। इसकी शिकायत उन्होंने बुधवार को एसपी से भी की थी, लेकिन शाम को उनके बेटे के साथ जेल प्रबंधन ने मारपीट की इससे सिर में गंभीर चोट आई है।