सबसे पहले लेते है पानी को बचाने की शपत
अभियान में आकर श्रमदान करने से पहले, लोग यहां आकर पहले जल को बचाने की शपत लेते है। उसके बाद ही श्रमदान करते है। ताकि वे पानी सिर्फ आज के लिए नहीं। बल्कि हमेशा के लिए सेव कर सकें।
शुक्रवार को हुआ था शुभारंभ
जल की समस्या को देखते हुए शुक्रवार को सुबह करीब 9 बजे अशोकनगर में पत्रिका अमृतम जलम् अभियान का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर अशोकनगर की पत्रिका टीम वहां मौजूद थी। सभी ने वहां पानी को स्वच्छ रखने का संकल्प किया। इस अभियान का शुभारंभ शंखनाद और घंटी बजाकर पुजारी किशनलाल मिश्र ने किया।
शंख बजाकर हुई अभियान की शुरूआत
शुक्रवार सुबह 9 बजे पत्रिका अमृतम जलम अभियान का शुभारंभ शंख के नाद और घंटी बजाकर पुजारी किशनलाल मिश्र ने किया। आस पास के लोगों ने भी इस शुभारंभ में हिस्सा लिया।
आस पास मौजूद लोगों का कहना था कि पत्रिका द्वारा यह बहुत ही अच्छी शुरूआत है। इससे लोगों में पानी को लेकर जागरूकता बढ़ेगी। लोग पानी का बेवजह खर्च कम करेंगे। लोगों ने कहा कि हमने पहली बार देखा है कि किसी अभियान की शुरूआत इस तरह हुई हो। बिल्कुल हिंदू रीति रिवाज और पूजा पाठ के साथ। हमें यह देखकर बहुत अच्छा लगा।
समाजसेवी ले रहे हिस्सा
पत्रिका अमृतम जलम अभियान में कई समाज सेवी हिस्सा ले रहे हैं। आने वाले बारिश के मौसम में पानी सेव हो सकें। इसके लिए पूरी तैयारी कर रहे हैं। ताकि हमें कम की समस्याओं को लेकर परेशान न होना पढ़े।
प्रदेश के कई हिस्सों में चल रहा यह अभियान
प्रदेश के कई हिस्सों में पत्रिका अमृतम जलम अभियान का शुभारंभ हुआ है। जिसमें जल को संरक्षित करने के लिए श्रमदान किया जा रहा है। पत्रिका द्वारा लोगों को संकल्प दिलाया जा रहा है कि वे पानी बर्बादी नहीं करेंगे।
श्रमदान के साथ ही रही कई एक्टीविटी
पत्रिका के इस अभियान में श्रमदान के साथ योग आदि की सुविधा भी रखी गयी है। जिससे लोग श्रमदान के साथ साथ अपनी सेहत पर भी ध्यान दे सकें। पत्रिका के अभियान का मकसद जल की बर्बादी को रोकना और उसे संरक्षित करना है।