कल्पतरू विकास समिति को शासन ने हाईरिस्क मरीजों की जांच की जिम्मेदारी दी है। समिति के प्रोग्राम मैंनेजर बृजपाल यादव ने बताया कि शहर में उन्होंने साढ़े चार सौ ऐसे लोगों को चिन्हित किया है जो बढ़े स्तर पर नशा कर रहे हैं और नसों में इंजेक्शन लगाकर नशा करते हैं। एक ही इंजेक्शन आपस में कई लोगों को लगने से एड्स के संक्रमण का खतरा बढ़ता है, क्योंकि उनमें से एक भी एड्स संक्रमित है तो वही इंजेक्शन दूसरे को लगने से वह भी संक्रमित हो सकता है। साथ ही प्रोग्राम मैनेजर का कहना है कि ऐसे 250 लोगों की जांच में कई एड्स पॉजिटिव पाए गए हैं।
दवा देकर लत छुड़ाने का प्रयास कल्पतरू विकास समिति ने बस स्टैंड के पास एक सेंटर खोला है जिसके शुभारंभ पर सीएमएचओ डॉ. हिमांशु शर्मा, पूर्व सीएमएचओ डॉ. जेआर त्रिवेदिया और एड्स कंट्रोल प्रोग्राम के नोडल अधिकारी डॉ. गौरव बंसल मौजूद रहे। समिति का कहना है कि नशा करने वाले लोगों को वह सेंटर पर बुलाकर दवा देंगे और सामने ही दवा खिलाई जाएगी, ताकि उनकी नशे की लत को खत्म किया जा सके।
शासन ने समिति को दिया प्रोजेक्ट शासन ने इस समिति को यह प्रोजेक्ट दिया है, इसमें हाइरिस्क लोगों की पहचान व जांच कराने का समिति का काम है। साथ ही वह दवा भी देंगे। समिति ने कई लोगों की जांच कराई, जिनमें से कुछ एड्स पॉजिटिव भी पाए गए। हालांकि पॉजिटिवों की संख्या नहीं बताई जा सकती है।
डॉ.गौरव बंसल, नोडल अधिकारी एड्स कंट्रोल प्रोग्राम