गांधी पार्क पर भी लोग रास्ते के बींचोबीच चर्चा करते हुए प्रतिदिन देखे जा रहे है। जिन्हे न तो कोई रोकने वाला है और न ही कोई टोकने वाला है। जिनके कारण राहगीरों को इधर-उधर से निकलना पड़ता है। वाहन चालक भी अपनी साइड से न चलकर रांग साइड से जहां जगह मिलती है वहां से निकलने लगते हैं। जिसकी वजह से वाहन टकराने की आशंका बनी रहती है। लेकिन इन सब नियमों का पालन भी नहीं कराया जा रहा और वाहन चालक नियमों की ताक पर रख इन चौड़े चौराहे पर भी नियमों को तार-तार करते नजर आते है।
ओबरब्रिज से उतरते ही टकराने का खतरा
रविवार को पत्रिका टीम ने शहर का जायजा लिया तो पहली तस्वीर में ही गांधी पार्क पर ब्रिज से उतरते ही कुछ वाहन आमने-सामने से टकराने से बचते हुए दिखाई दिये। ओबरब्रिज से जैसे ही वाहन गांधी पार्क की ओर उतरते है तो मिलन तिराहे की ओर से आने वाले वाहन अपनी साइड से न आते हुए जल्दबाजी में ब्रिज पर चढऩे की कोशिश में आने वाले वाहनों से टकराने से बचते हुए दिखाई देते है। नियमों का पालन नहीं किया जाता है अगर नियमों का पालन करें तो ऐसी स्थिति नहीं बनेगी।
बीच सड़क पर ठेले व मवेशी कहां से निकलें वाहन
वहीं दूसरी तस्वीर में बीच सड़क पर ठेले लगे हुए व मवेशी बैठे हुए दिखाई दिए। जब सड़क के बींचोबीच मवेशी बैठ जाते है तथा ठेले चालक भी अपना ठेला कहीं भी खड़ा कर अपनी दुकानदारी शुरू कर देते है। जिससे वाहन चालकों को निकलने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिससे वाहन चालक कहीं से भी निकलने के चक्कर में आपस में टकरा जाते है।
हमें नही किसी का डर बीच सड़क पर मोबाइल पर चर्चा
तीसरी तस्वीर में बीच सड़क पर ही अपना वाहन खड़ा कर मोबाइल पर चर्चा करते देखे गए। वाहन चालक वाहन चलाते हुए मोबाइल पर चर्चा करते तो निकलते ही है और कहीं बीच सड़क पर ही वाहन खड़ा कर मोबाइल पर चर्चा करने लगते है। जिससे आपस में वाहनों के टकराने का खतरा बना रहता है।
बीच सड़क पर ठेले नहीं लगी अतिक्रमण पर लगाम
शहर के सभी चौराहे पर दुकानों व ठेले वालों का अतिक्रमण साफ देखा जा सकता है। चौराहों पर फ ल सब्जियों के अलावा अन्य सामग्री के विक्रेता बींचोबीच सड़क पर ठेले लगा रहे हैं। जिसकी वजह से लोगों को निकलने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। सड़कों के बाहर अतिक्रमण के कारण ही शहर की चौड़ी सड़कें सकरी नजर आती हैं। शहर में गांधी पार्क, इंदिरा पार्क, तुलसी पार्क सहित शहर के प्रमुख मार्गों पर इस तरह सब्जी एवं अन्य सामग्री के ठेले चालक शहर की खूबसूरती को दाग लगा रहे है।
योगा इंस्ट्रक्चर की परीक्षा में बच्चों ने दिखाई प्रतिभा
ईसागढ़. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत स्किल इंडिया कार्यक्रम के तहत योगा इंस्ट्रक्टर की परीक्षा रविवार को आयोजित की गई। पतंजलि योगपीठ एवं भारत स्वाभिमान समिति के संयोजन में 50 छात्र-छात्राओं ने ईसागढ़ में योग सर्टिफिकेट प्राप्त करने हेतु मोबाइल पर आनलाइन परीक्षा दी। परीक्षा संयोजक मानवेंद्र सिन्हा ने बताया कि योगा इंस्ट्रक्टर सर्टिफि केट योग के क्षेत्र में हर प्रकार की शासकीय एवं अशासकीय नौकरी के लिए महत्वपूर्ण है। वहीं लोन प्राप्त करने में भी सहायक है
भारत स्वाभिमान समिति के जिला प्रभारी मनेंद्र सिंह यादव ने योग से रोजगार में संभावनाओं को बताया एवं योग प्रचारक धनपाल यादव परीक्षा आयोजन में उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि युवाओं में हुनर पैदा कर उन्हें रोजगार से जोडऩे की सरकार की पहल विभिन्न प्रकार के क्षेत्रों में कौशल विकास के लिए किया जा रहा है उसी प्रकार योग में भी कुशलता प्राप्त कर छात्र-छात्राएं तन-मन आरोग्य प्रदान कर रोजगारक क्षेत्र में आने वाली बड़ी संभावनाओं को देख रहे हैं। परीक्षा में दिलीप रघुवंशी, शिल्पी सिन्हा, दिनेश जाटव, अभिषेक श्रीवास्तव ने भी सहयोग किया।