गड्ढ़ों में सरिया निकलने की वजह से वाहन चालकों को बचते हुए साइड में से वाहन निकालना पड़ रहे हैं। यदि किसी दिन गलती से कोई वाहन इन गड्ढ़ों में से होकर निकल गया तो सरियों से टायर बस्र्ट होने की आशंका है। इससे जहां वह वाहन तो दुर्घटनाग्रस्त होगा ही, साथ ही अन्य वाहन भी इस दुर्घटना का शिकार बन सकते हैं। इसके अलावा ज्वॉइंट पर लगी प्लेटें भी जंग लगने से खराब होने लगी हैं। लेकिन जानकारी होने के बावजूद भी जिम्मेदारों द्वारा इसकी मरम्मत पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वहीं बुधवार को पीडब्ल्यूडी ने भी ब्रिज और सड़क के बीच मुरम डाल दी, इससे बारिश के मौसम वाहनों के फिसलने की आशंका बढ़ गई है।
ब्रिज से रोज निकलते हैं 10 हजार वाहन-
शहर के इस ओवरब्रिज से दिन-रात वाहनों की आवाजाही जारी रहती है और एक अनुमान के मुताबिक छोटे-बड़े और भारी वाहनों को मिलाकर रोजाना करीब 10 हजार से अधिक वाहन निकलते हैं। इसके बावजूद भी इस ओवरब्रिज की मरम्मत पर गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। नतीजतन ओवरब्रिज पर दुर्घटना की आशंका बनी हुई है।
सीमेंट कांक्रीट के गड्ढ़ों को पिछले साल डामर से भरा था-
पिछले साल भी ब्रिज पर गड्ढ़ों की समस्या को देखते हुए कलेक्टर ने सुधार के निर्देश दिए थे। इस पर अधिकारियों ने सीमेंट कांक्रीट के ब्रिज की गड्ढ़ों को डामर से भर दिया था, इससे डामर फिर से उखड़ गया और ब्रिज पर फिर से गड्ढ़े हो गए। लेकिन अब इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।