श्रमदानियों ने किया तालब साफ
पत्रिका अमृतम जलम अभियान के तहत शनिवार सुबह श्रमदानियों ने तालाब पहुंचकर पहले तो तालाब में पड़ी पालिथिन, कपड़े, पूजन सामग्री को निकाला फिर उन्हें एकत्रित कर ढेर लगाया तथा वहीं तालाब की पार पर उगी झाडिय़ों को काटा जिससे तालाब की पार का बड़ा एरिया साफ हो गया। इस दौरान भागीरथियों ने तालाब की पार जमे पत्थरों में फंसी पालिथिन व कचरा पचे की सहायता से निकालकर एकत्रित किया।
तालाब की पार को पिचिंग की जरूरत
तालाब की पार के पत्थर गिर गए हैं और जगह-जगह बिखर रहे हैं, पार को पिचिंग की आवश्यकता है। उल्लेखनीय है कि तालाब की पार की पिचिंग वर्षों से नहीं हुई है। पूर्व में भी गहरीकरण किए जाने के साथ पिचिंग मराम्मत की बात उठी थी लेकिन उस पर अमल नहीं किया गया। आज की स्थिति में कई पत्थर तालाब में गिर गए हैं और कुछ गिरने की कगार पर हैं। पिचिंग की मराम्मत न हुई तो आगे पानी रोकने के लिए समस्या का सामना करना पड़ेगा।
कई वर्षों से नहीं कराई गई सफाई
जल संसाधन विभाग द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है जबकि तालाब मुख्य सड़क के किनारे होने से जिले के तमाम अधिकारी यहां से गुजरते हैं लेकिन तालाब के रखरखाव पर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है। तालाब की नहर खोलने का मापक जहां लगा है वहां की सफाई भी विभाग द्वारा कई वर्षों से नहीं कराई गई है। यहां पर पानी छोडऩे के स्थान पर बने कुए में बहुत कचरा व पॉलीथिन भरी हुई है। कुए में मेडीकल बेस्ट भी फेंका जा रहा है। जिससे पानी प्रदूषित हो रहा है।
इन्होने किया श्रमदान
नैना शर्मा, मीरा कुशवाह, आर्यन नामदेव, हेमंत नामदेव, सचिन जाटव, कमल सालूजा, रामस्वरूप शिवहरे, गोपाल शिवहरे, देव शिवहरे, डा. बकुलरानी त्रिपाठी, मुंदर सिंह भट्टी, अशोक रजक पिपरेसरा, रमेश राय, रुचि गुप्ता, सुलभ गुप्ता, रंजीत यादव गुरू, स्काउट मास्टर अशोक कुमार ओझा, रामेश्वर नामदेव जन अभियान परिषद सौरभ सेन, अमन नामदेव पीआरओ आफिस, सुभम जैन, श्रेयांश चौरसिया, अपूर्वा जैन, दीपक पाल, सिम्मी जैन, आशी जैन, राजीव, सुमित चावला, सुमित बौद्ध अवयचंद्रयान ओझा, देवेन्द्र सोनी सहित आधा सैकड़ा से अधिक श्रमदानियों ने श्रमदान किया।