जहां सोमवार को करीब 200 वाहनों का अनाज बिकने से शेष रह गया था, वहीं रात में दूसरे दिन मंगलवार को भी बड़ी संख्या में वाहनों से किसान अनाज लेकर मंडी पहुंचे। बेतरतीब तरीके से वाहन रखे जाने से वाहन जाम में फंस गए, जिन्हें निकालने के लिए किसानों को घंटों परेशान होना पड़ा। वहीं मंगलवार को भी करीब 300 वाहनों का अनाज नहीं बिक सका, जिन्हें मंडी में रात रुकना पड़ेगा और अब बुधवार को ही उनका अनाज बिक सकेगा। हालांकि एक दिन पहले से रुके किसानों का अनाज खरीदने के लिए मंगलवार को व्यापारियों ने नीलामी बोली दूसरी तरफ से शुरू की, ताकि सबसे पहले सोमवार से रुके किसानों का अनाज खरीदा जा सके।
तेज धूप के बीच अनाज बेचने परेशान रहे किसान-
किसान तेज धूप में ही खड़े रहकर अपने अनाज के बिकने का इंतजार करते रहे। हालत यह रही कि धूप से बचने के लिए कोई तिरपाल ओढ़कर छाया करता नजर आया, तो कुछ किसानों को ट्रालियों के नीचे बैठे रहना पड़ा। जबकि किसानों का कहना है कि यदि टीनशेड में सही तरीके से वाहनों को लगवाया जाए, तो ज्यादातर किसानों को धूप में खड़ा नहीं रहना पड़ेगा।